* सीपीआइएमएल ने निकाली विरोध रैली
* सिलीगुड़ी महकमा शासक कार्यालय में तोड़-फोड़, प्राथमिकी दर्ज
* राज्य सरकार की जांच पर विश्वास नहीं : शंकर मालाकार
सिलीगुड़ी : सारधा ग्रुप चिटफंड कंपनी में कौन-कौन लोग मलाई काट रहे थे, किसके साथ कितने की सेटिंग हुई है, किस राजनीतिक पार्टी को लाभ मिला है, सब कुछ स्पष्ट हो गया है.
राज्य सभा सांसद कुणाल घोष, मदन मित्र सहित कई विधायक जानबूझ कर सारधा को लाभ पहुंचा रही थी. और सारधा ग्रुप इनकी पॉकेट भर रहे थे. दर्जनों मीडिया हाउस के सीईओ कुणाल घोष को सब पता था, लेकिन वें इनकार कर रहे है. इन्हें भी सजा मिलनी चाहिए. यह कहना है कांग्रेस के जिलाधिकारी शंकर मालाकार का.
गौरतलब है कि चिट फंड के विरोध में शुक्रवार को कोर्ट परिसर में ‘कानून तोड़ो आंदोलन’ किया गया था. दो हजार से ऊपर कार्यकत्र्ता कोर्ट परिसर में राज्य सरकार और सारधा ग्रुप के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे.
जिलाध्यक्ष शंकर मालाकार ने कहा कि राज्य सरकार के जांच पर विश्वास नहीं है. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. लोगों को उनका पैसा वापस देना होगा. मंत्री मदन मित्र और सांसद कुणाल घोष के तस्वीर पर खूब जूते-चप्पल चले. कोर्ट परिसर में भारी भीड़ से प्रवेश द्वार का दरवाजा भी टूटा. तोड़फोड़ को लेकर प्रशासन की ओर प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है.