आसनसोल: चिटफंड कंपनी सारधा ग्रुप के द्वारा निवेशकों की 20 हजार करोड़ की राशि हड़पने के बाद राज्य में मची हलचल को देखते हुये आसनसोल कोयलांचल में प्रशासन की नींद टूटी है. आसनसोल नगर निगम के मेयर तापस बनर्जी तथा पुलिस आयुक्त अजय नंद ने अपने-अपने स्तर से क्षेत्रधीन में सक्रिय वित्तीय संस्थानों की सूची तैयार करने का निर्देश जारी किया है. सूची बनने के बाद इनके खिलाफ जांच की जायेगी.
मेयर श्री बनर्जी ने कहा कि निगम क्षेत्र में 21 वित्तीय कंपनियों को ट्रेड ला इसेंस जारी किया गया है. इनके अलावा भी विभिन्न वित्तीय कंपनियां विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रही है. अधिकारियों को कहा गया है कि वे अपने स्तर से शीघ्र इन कंपनियों की सूची तैयार करें. सूची तैयार करने के बाद इन कंपनियों को नोटिस जारी किया जायेगा तथा उनसे उनके निबंधन, उनकी योजनआओं तथा सरकारी प्रावधानों के बारे में जानकारी मांगी जायेगी. उनके द्वारा जमा दस्तावेजों की जांच विशेषज्ञों की कमेटी करेगी. दोषी पाये जाने के बाद उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि सभी कंपनियों को अवैध नहीं कहा जा सकता है.
लेकिन राज्य में जो माहौल बना है, उसे देखते हुये निवेशकों के हितों की सुरक्षा अनिवार्य हो गयी है. उन्होंने कहा कि इन वित्तीय संस्थाओं में आमतौर पर गरीब और निमA स्तर के निवासी अपना संचय जमा करते हैं. राशि डूबने या कंपनी के भाग जाने पर उनकी दुनिया ही उजड़ जाती है.
इधर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ( वेस्ट) सुब्रतो गांगुली ने बताया कि पुलिस आयुक्त ने क्षेत्र में सक्रिय सभी वित्तीय कंपनियों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है.यह आदेश सभी थानेदारों को दिया जा चुका है. थानेदारों को सभी वित्तीय कंपनियों का सम्पूर्ण विवरण तैयार कर मुख्यालय को प्रेषित करना है. प्रबंधन, संचालन से लेकर एजेंटों तक का विवरण तैयार किया जा रहा है. राज्य मुख्यालय से मिलनेवाले निर्देश के आलोक में कार्रवाई की जायेगी.