– सात घरों को किया क्षतिग्रस्त त्नरात में घर छोड़ कर भागे कई ग्रामीण
– घटनास्थल पर पहुंचे वनपाल
डुमरी (गिरिडीह) : जंगली हाथियों के झुंड ने बुधवार की रात एक बार फिर डुमरी प्रखंड में उत्पात मचाया. डेढ़ दर्जन हाथियों के झुंड ने उग्रवाद प्रभावित उत्तराखंड के दो गांवों में सात घरों को क्षतिग्रस्त कर हजारों रुपये मूल्य का अनाज खा लिया और कई सामान नष्ट कर दिये. देर रात हाथियों के हमले में कई लोग बाल-बाल बच गये.
जरीडीह पंचायत के कानाडीह में पांच व बड़की बेरगी पंचायत के मंझलाडीह में दो घरों को क्षतिग्रस्त करने के बाद हाथियों का झुंड करमगड्डा गांव के समीप जंगल में डेरा डाले हुए है. वनपाल कामाख्या नारायण सिंह के नेतृत्व में वनकर्मी हाथियों के झुंड पर नजर रखे हुए है.
बताया जाता है कि हाथियों का झुंड बीती रात करीब 12 बजे मंझलाडीह चौक के समीप पहुंचा और कारू तुरी के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद हाथियों ने डुबुआटांड़ में मंझला मरांडी के घर को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. हमले के समय घर के सभी पांच सदस्य अंदर सो रहे थे. सभी ने किसी तरह भाग कर जान बचायी.
खाद्य सामग्रियों को किया चट
हाथियों ने घर में रखे दस क्विंटल चावल, पांच-पांच क्विंटल मकई व बाजरा समेत उरद, कुलथी व घंघरा खा लिये. इसके बाद हाथियों का झुंड कानाडीह पहुंचा. वहां भेना सोरेन, चुड़का सोरेन, बुधन सोरेन, सोमरा मुमरू व पतिया मुमरू के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. घर के गिरने से बुधन सोरेन की सात मुर्गियां मर गयीं.
हाथियों के हमले की सूचना पर जिप सदस्य भोला सिंह, जरीडीह की मुखिया चांदमुनी देवी, मुखिया प्रतिनिधि रतिलाल मुमरू, पंसस रानी टुडू, बड़की बेरगी की मुखिया आनंदी देवी, सुखदेव साव, बुधन सोरेन आदि ने प्रभावित परिवार से मुलाकात कर नुकसान का जायजा लिया. साथ ही समुचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया.