कहलगांव: कोयला की बरामदगी और कोयला चोरों को पकड़ने के लिये एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक टी गोपाल कृष्णन के साथ सीआइएसएफ इंस्पेक्टर घनश्याम झा, कहलगांव थाना, सनोखर थाना पुलिस एवं सीआइएएफ जवानों ने सौर एवं सीमरिया गांव में सघन छापामारी की. छापेमारी के दौरान संदिग्ध लोग गांव छोड़ कर भाग गये थे. सिर्फ महिलाएं ही गांव में थीं.
चला चूहे बिल्ली का खेल
छापेमारी के दौरान पुलिस और कोयला चोर के बीच काफी समय तक चूहा-बिल्ली का खेल चला. कोयला रैक से कोयला चोरी करने वाला शातिर चोर ओगरी निवासी विक्रम मंडल (22) को पुलिस ने बंदराबगीचा में गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसे एक किलोमीटर तक खदेड़ कर पकड़ा. थाना में पूछताछ के दौरान वह एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर भाग निकला. दीवार फांद कर वह किसी मकान में घुस गया. लेकिन एक बार फिर पुलिस ने उसे पकड़ लिया. इस भाग-दौड़ में एक सिपाही रंजन कुमार एवं चोर जख्मी हो गया. भाग रहे कोयला चोर को पकड़ने में ग्रामीण और आसपास के लोगों ने पुलिस को सहयोग किया. कहलगांव थानाध्यक्ष उमेश लाल रजक ने बताया कि चोर पर एनटीपीसी की सुरक्षा में लगे सीआइएसएफ के जवानों के साथ मारपीट करने का भी आरोप है.
नहीं हो सका कोयला बरामद
अपर महाप्रबंधक गोपाल कृष्ण ने कहा कि छापेमारी के दौरान कई जगह छोटे-छोटे कोयला के ढेर मिले. खेतों में भी कोयला रखा था. लेकिन उन जगहों पर गाड़ी जाने का रास्ता नहीं रहने के कारण कोयला बरामद नहीं हो सका. सीआइएसएफ अधिकारियों के सहयोग से एनटीपीसी प्रबंधन ने कोयला चोरों की सूची बनायी है. पूर्व में दस कोयला चोरों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया गया था. इस बार गांवों को दर्शाते हुए सौर से आठ और सिमरिया से नौ कोयला चोरों की सूची बनायी गयी है. कहलगांव थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है. चोरों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
जारी रहेगा अभियान
कहलगांव थाना प्रभारी उमेश लाल रजक ने कहा कोयला चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस का अभियान जारी रहेगा. सीआइएसएफ इंस्पेक्टर श्री झा ने बताया कि रात सात बजे के बाद एनटीपीसी के भीतर जाने वाले कोयला रैक जिसकी गति 25 से 30 किलोमीटर रहती है उस पर शातिर कोयला चोर चढ़ जाते हैं और कोयला चोरी करते हैं. ऐसे चोरों की संख्या दो दर्जन से अधिक होती है. कोयला चोरी के दौरान चोर सुरक्षा बलों पर भी हमला करने का दुस्साहस करते हैं.