उरीमारी : इस्ट सेंट्रल रेलवे में यूनियनों के मान्यता के लिए 25, 26 व 27 अप्रैल को होने वाले चुनाव में कुल 74,442 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. किसी भी यूनियन को मान्यता प्राप्त करने के लिए कुल वोटिंग का 30 प्रतिशत मत प्राप्त करना आवश्यक है.
इस जोन में कुल पांच डिवीजन धनबाद, दानापुर, मुगलसराय, सोनपुर, समस्तीपुर शामिल हैं. इनमें धनबाद में बने बूथ पर 20,067 वोटर हैं. सीआइसी खंड के तहत गोमो, चंद्रपुरा, बरकाकाना, पतरातू, लातेहार, बरवाडीह, डालटनगंज, गढ़वा, चोपन, सिंगरौली व रेणुकोट में बूथ बनाये गये हैं.
इन बूथों में पतरातू में 1650, बरकाकाना में 12 सौ, चंद्रपुरा में एक हजार, लातेहार में 806, बरवाडीह में 1078, डाल्टेनगंज में छह सौ, चोपन के दो बूथों में आठ सौ व 1050, सिंगरौली में 538, रेणुकोट में 650, क्रिशिला में 350 वोटर शामिल हैं.
नवंबर 2007 में हुए रेलवे में एकल यूनियन को लेकर हुए चुनाव एचएमएस से संबद्ध इसीआरकेयू को करीब 41 प्रतिशत कर्मचारियों का समर्थन मिला था. इसके बाद इस यूनियन का इस्ट सेंट्रल रेलवे जोन में कब्जा कायम हो गया था. उसके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से संबद्ध इस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस को करीब 22 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे. वोटों की गिनती धनबाद में दो मई को की जायेगी.
यह चुनाव अगले छह वर्षो तक के एकल यूनियन की मान्यता के लिए वैध होगी. चुनाव में वर्तमान मान्यता प्राप्त यूनियन इसीआरकेयू का मुकाबला इसीआरइयू, इसीआरएमयू, इसीआरएमसी व पीएमआरएमएस से है. हालांकि इस मुकाबले में इसीआरकेयू अपने आप को काफी आगे बता रही है.
यूनियन के केंद्रीय सहायक महामंत्री मो जियाउद्दीन ने दावा करते हुए कहा कि हमारी यूनियन ने रेलवे कर्मचारियों के हित में काफी संघर्ष किया व उनका हक-अधिकार दिलाने के लिए हमेशा आगे रहा है. हमारे मुकाबले दूसरे यूनियन अपनी जमानत बचा लें, तो यही बड़ी बात होगी. इन्होंने बताया कि पूरे देश में 16 में 15 जोन में हमारी यूनियन का कब्जा है.