गोपालगंज : शहर में बिना फार्मासिस्ट की दवा दुकानें चल रही हैं. इन दुकानों की अनुज्ञप्ति भी नहीं है. यहीं नहीं ग्रामीण क्षेत्रों के झुग्गी झोंपड़ी में चल रही किराना की दुकानें और झोला छाप डॉक्टरों के पास भी दवाएं बिक रही हैं.
बता दे कि जिला मुख्यालय से लेकर छोटे बाजारों और हाटों मे सैकड़ों दवा दुकानदार है, जो डिग्रीधारी नहीं है. इन दुकान के संचालक किसी और के प्रमाणपत्र लेकर अनुज्ञप्ति प्राप्त कर धड़ल्ले से दवा की दुकान चला रहे हैं और प्रमाणपत्रवाले डिग्रीधारी व्यक्ति को प्रतिमाह एक नियत राशि दे रहे हैं. विभाग के प्रावधान के अनुसार फार्मासिस्ट की डिग्रीधारी को ही अनुज्ञप्ति मिलना है.