गया : बोधगया सीरियल बम ब्लास्ट के मामले की जांच कर रही एनआइए ने शनिवार को बीटीएमसी की लाइब्रेरी में जदयू के प्रदेश युवा सचिव गुंजन पटेल से फिर पूछताछ की. महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में उस रात तैनात बीटीएमसी के चार सुरक्षा गार्डो को बारी–बारी से बुला कर गुंजन पटेल के सामने पूछताछ की गयी.
सीसीटीवी फुटेज में गुंजन की तसवीर दिखायी पड़ी थी. इससे पूर्व भी गुंजन को पटना में हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी थी. संतुष्ट नहीं होने की स्थिति में एनआइए ने बोधगया बुला कर उनसे फिर पूछताछ की. जानकारी के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोबारा शाम में भी उनसे पूछताछ की गयी.
एनआइए की टीम के अधिकारी जांच के सिलसिले में श्रीलंका मंदिर समेत कई बौद्ध मठों के प्रभारियों व कर्मचारियों से भी सुराग हालिक करने में जुटे हैं. सुरक्षा के इंतजाम पर भी बात की गयी. हालांकि, एनआइए जांच कार्य चलने तक कुछ भी बताने से परहेज कर रही है.
* तेज की तफ्तीश, जारी किया नंबर
एनआइए ने बोधगया 7/7 कांड की तफ्तीश तेज कर दी है. जांच एजेंसी ने दावा किया है कि जल्दी ही वह बम लगानेवाले लोगों तक पहुंच जायेगी. एक मोबाइल नंबर-8540848216 को सार्वजनिक कर कहा है कि इस नंबर पर हमें सूचना भेजें. नाम व नंबर गोपनीय रखा जायेगा. कोई भी गुप्त जानकारी या संदेहास्पद व्यक्ति के बारे में ऐसी सूचनाएं, जिनसे सरकार व प्रशासन को मदद पहुंच सकती है, तो उक्त नंबर पर सूचना भेजें.
* 2009 में ही महसूस किया गया था खतरा
बोधगया मंदिर में खतरे के मद्देनजर फ्रेम व हैंड मेटल डिटेक्टर की खरीद वर्ष 2009 में ही की गयी थी. इससे स्पष्ट है कि खतरा वर्ष 2009 में ही महसूस किया गया था. गौरतलब है कि उस समय बीटीएमसी ने पांच फ्रेम मेटल डिटेक्टर व छह हैंड मेटल डिटेक्टर खरीदे थे. लेकिन, मंदिर के अंदर दो ही फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगे रहते हैं, बाकी तीन बीटीएमसी कार्यालय में रखे हैं. कालचक्र पूजा, पितृपक्ष मेला आदि विशेष अवसरों पर ही रखे गये मेटल डिटेक्टर लगाये जाते हैं.