बोधगया : देश के सभी महत्वपूर्ण व भीड़–भाड़ वाले धर्मस्थलों पर जैमर लगाये जायें, ताकि बम विस्फोट करने वालों का मंसूबा पूरा न हो सके. आज–कल गोली से नहीं, बल्कि बमों से अधिक हमले किये जा रहे हैं. ये बातें बोधगया में हुए बम ब्लास्ट के बाद की स्थिति का जायजा लेने गुरुवार को यहां पहुंचे एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष.
मनिंदरजीत सिंह (एमएस) बिट्टा ने कहीं.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत के सभी राजनीतिक पार्टियों को एकजुट होकर दिल्ली में बैठक करनी चाहिए और इस पर ठोस व प्रभावी कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि महाबोधि मंदिर में विस्फोट से विश्व भर में भारत की छवि खराब हुई है.
इससे निबटने के लिए आतंकियों की पहचान कर उसे जल्द से जल्द सजा देना होगा. आतंकवाद पर आक्रोश प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां इस पर सिर्फ राजनीति करेगी, लेकिन इससे उबरने का कारगर उपाय नहीं किया जायेगा. उन्होंने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वोट के फिराक में भारत को आतंकवादियों की धर्मशाला बना दी गयी है.
सुरक्षा के मामलों पर केंद्र व राज्य सरकारों में बेहतर तालमेल की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि खासकर, बिहार को इसकी ज्यादा जरूरत है. उन्होंने बिहार में हाल के दिनों में हुए विकास की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अच्छा काम किया है व कुछ मामलों में बिहार तो पंजाब को भी पीछे छोड़ चुका है, लेकिन सुरक्षा में हुई चूक पर अभी विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
धर्मस्थलों को सीआइएसएफ या सीआरपीएफ की सुरक्षा कवच देने की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे लिए तो भारी–भरकम सुरक्षा तैनात रहता है, लेकिन धर्मस्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जाता है.
श्री बिट्टा ने बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में बम धमाकों से हुए कम नुकसान को भगवान की कृपा बताया व आगे से सचेत रहने की सलाह दी. श्री बिट्टा ने मंदिर के गर्भ गृह में बुद्ध प्रतिमा के समक्ष मत्था टेका और मंदिर परिसर में हुए विस्फोट वाले स्थानों का मुआयना किया.
उन्होंने अभी भी मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को अधूरा बताया है. बिट्टा ने तेरगर मोनास्टरी का भी जायजा लिया, जहां रविवार को विस्फोट हुआ था. कड़ी सुरक्षा के बीच बोधगया पहुंचे श्री बिट्टा के साथ कांग्रेस नेता भीम सिंह यादव व अन्य मौजूद थे.