लखनऊ:सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित तमाम मंत्री और अधिकारी विदेश यात्रा पर जाने का लोभ नहीं छोड़ पा रहे हैं. बीते डेढ़ वर्ष में मुख्यमंत्री तीन बार विदेश गए. वर्तमान में भी वह अपने परिवार के साथ निजी यात्रा पर लंदन में हैं. जबकि उनकी सरकार के पांच मंत्री सरकार के खर्चे पर बीते वर्ष तथा चार मंत्री इस वर्ष विदेश यात्रा कर चुके हैं. राज्य के मुख्य सचिव भी तीन बार अमेरिका जा चुके हैं. कहा जा रहा है कि जल्दी ही वह मुख्यमंत्री के साथ जापान जाएंगे.
मंत्री और अधिकारियों द्वारा विदेश यात्रा पर जाने का कोई मौका ना छोड़ने और मुख्यमंत्री की ताजा विदेश यात्रा को लेकर विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि राज्य के दो दर्जन जिले बाढ़ से प्रभावित हैं पर मुख्यमंत्री बाढ़ पीडि़तों की सुध लेने के बजाए लंदन में अपने परिवार के साध छुट्टी मना रहे हैं. प्रदेश सरकार का कोई मंत्री भी बाढ़ पीडि़तों का दर्द बांटने और उन्हें राहत पहुंचाने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नहीं जा रहा है. कांग्रेस ने भी मंत्री और अफसरों की विदेश यात्रा को गैरजरूरी बताया है. कांग्रेस और भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर यह फिकरा आरटीआई कार्यकत्री उर्वसी शर्मा द्वारा सूबे के मंत्रियों की विदेश यात्रा को लेकर हासिल की गई सूचना पर कसा है.
उर्वसी ने मुख्य सचिव से सरकार से सूबे के मंत्रियों की विदेश यात्रा के बाबत सूचना का अधिकार कानून के तहत सूचना मांगी थी. काफी जदोजहद के बाद सरकार ने उर्वसी को मांगी गई सूचना मुहैया कराई. जिसके अनुसार बीते वर्ष 15 मार्च से 22 नवंबर 2012 के बीच अखिलेश सरकार के पांच मंत्रियों ने विदेश के दौरे किए. मुख्यमंत्री के चाचा एवं प्रदेश के लोक निर्माण व सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव 9 से 12 सितंबर 12 तक इजराइल के दौरे पर गए. उनका यह दौरा इजराइल की कंपनी मेकोरोट डवलपमेंट एंड इंटरप्राइजेज तथा इजराइल दूतावास द्वारा भारत व इजराइल के बीच पारस्परिक सहयोग और द्विपक्षीय विकास के सिलसिले में था. इसी प्रकार सूबे के लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्यमंत्री भगवत सरन गंगवार ने 5 अक्तूबर से 11 अक्तूबर तक ओसाका, जापान का दौरा किया. वे वहां इंडिया मेला-2012 में शामिल होने गए थे.
मुख्यमंत्री के प्रिय साथी और प्रदेश के प्रोटोकॉल राज्यमंत्री प्रो. अभिषेक मिश्र ऑस्ट्रेलिया-इंडिया इंस्टीट्यूट्स कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने के लिए 29 अक्तूबर से 6 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर रहे. पर्यटन राज्यमंत्री मूलचंद्र चौहान 4 से 10 नवंबर तक वर्ल्ड ट्रेवल मार्केट लंदन 2012 में शामिल होने के लिए लंदन गए थे. जबकि वाह्य सहायतित परियोजना एवं समग्र ग्राम्य विकास राज्यमंत्री राम करन आर्य 8 अक्तूबर से 12 अक्तूबर 2012 तक नेपाल में काठमांडू, पशुपतिनाथ समेत विभिन्न धार्मिक, ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों के भ्रमण पर गए थे. सभी मंत्रियों ने सरकारी दौरे किए हैं.
पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह, लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव, नगर विकास मंत्री आजम खां इस वर्ष अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर जा चुके हैं और कई मंत्री जल्दी ही विदेश यात्रा पर जाने की तैयारी में हैं. राज्य के मुख्य सचिव भी तीन बार अपने परिवार से मिलने अमेरिका गए. मुख्यमंत्री के साथ भी अमेरिका गए थे. उनके अलावा दो दर्जन से अधिक आईएएस अधिकारी अपने विभाग के खर्चे पर अमेरिका, लंदन आदि बीते डेढ वर्ष के दौरान गए. सूबे के मंत्री और अधिकारियों के इन दौरों को कांग्रेस प्रवक्ता अमरनाथ फिजूलखर्ची बताते हैं. उनका कहना है कि विदेश यात्रा पर गए मंत्रियों और अफसरों ने वहां से लौटकर जनता की भलाई संबंधी एक भी योजना लागू नहीं की है. इन लोगों ने विदेश दौरे से लौटने के बाद वहां हासिल किए गए अनुभव की रिपोर्ट भी शासन को नहीं दी है. इसलिए अब सरकार को अपने मंत्री और अफसरों को विदेश भेजने के बजाए जनता की समस्याओं को सुनने तथा उनका निदान करने के लिए गांव और कस्बों में भेजना चाहिए.