-बोधगया विस्फोट-
गया : बिहार के गया जिले के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर और उसके आसपास 7 जुलाई को हुए सिलसिलेवार 10 बम विस्फोटों को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली केंद्र सरकार पर बरसे लेकिन बिहार की नीतीश सरकार के प्रति उनका रुख आज नरम दिखा.
राजनाथ सिंह ने बोधगया में विस्फोट स्थलों का निरीक्षण और महाबोधि मंदिर के गर्भ गृह में जाकर भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि वह भाजपा की ओर से इस घटना की तीव्र भर्त्सना करते हैं और पूरे मामले की जांच की मांग करते हैं.
उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार से अपेक्षा करते हैं कि वह इस अंतरराष्टीय बौद्ध केंद्र की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंधन करे.राजनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार को यहां हमले को लेकर आठ-नौ महीने खुफिया सूचना मिली थी लेकिन जो खास खुफिया जानकारी मिलनी थी वह शायद न मिली हो.
उन्होंने कहा कि यदि खुफिया सूचना मिली थी तो उस स्थिति में, जो भी प्रमुख बौद्ध केंद्र हैं उनकी सुरक्षा की व्यवस्था राज्य और केंद्र सरकार द्वारा की जानी चाहिए थी.राजनाथ ने कहा कि कोई राज्य अकेले आतंकवाद और माओवाद से नहीं लड़ सकता. ऐसे में केंद्र की यह जिम्मेवारी बनती है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूरी व्यवस्था करे.
मीडियाकर्मियों द्वारा इस मामले में पूर्व में सतर्क किये जाने के बावजूद बिहार की नीतीश सरकार की ओर से सुरक्षा का बेहतर इंतजाम करने में विफल रहने के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ और जेटली ने राज्य सरकार पर प्रहार करने के बजाय केंद्र को निशाना बनाना जारी रखा.
राजनाथ सिंह ने आतंकवाद से निपटने के लिए देश में व्यापक कार्य योजना बनाये जाने की वकालत करते हुए कहा कि ऐसी मांग उनकी पार्टी की ओर से कई बार की जा चुकी है लेकिन केंद्र की संप्रग सरकार चुप्पी साधे हुए है.
राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता अरुण जेटली ने आरोप लगाया कि केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने देश की सुरक्षा को वोट बैंक की राजनीति के साथ जोड़ रखा है, ऐसे में इस तरह के आतंकी हमले होते रहेंगे.
जेटली और राज्यसभा में भाजपा के उपनेता प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव सहित पार्टी के अन्य नेताओं के साथ राजनाथ सिंह ने गया जिला स्थित मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल जाकर बोधगया विस्फोट में घायल हुए दो बौद्ध भिक्षुओं से सभी मुलाकात की और उनके इलाज के बारे में जानकारी हासिल की.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम चाहते हैं कि देश आगे बढे और आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में लडे और बिहार सरकार को भी आगे आना चाहिए.