सोशल मीडिया पर किसी पार्टी या मस्ती करते हुए अपनी फ़ोटो डालना इन दिनों आम बात है. बहुत से लोग ऑफ़िस से जुड़ी बातें भी साझा करते हैं.
पर क्या आप अपने बॉस की आलोचना भरी बात फ़ेसबुक पर डालेंगे? क्या आपने सोचा है कि आपके सोशल मीडिया प्रोफाइल पर लिखी गई किसी बात से आपकी नौकरी जा सकती है?
हाल ही में आपने देखा होगा कि उत्तराखंड बाढ़ के दौरान एक लंदन की एक मोबाइल रिसर्च कंपनी के मुताबिक 16 से 34 साल की उम्र के बीच 10 में से एक व्यक्ति को नौकरी के लिए नहीं चुना गया क्योंकि उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल पर कुछ ऐसी बातें पोस्ट की थी जो कंपनी को पसंद नहीं आईं.
रिपोर्टर का फुटेज यूट्यूब पर लीक कर दिया गया था जिसमें वो एक व्यक्ति के कंधों पर चढ़कर रिपोर्टिंग करता नज़र आ रहा है. फ़ुटेज यूट्यूब पर आने के बाद उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ा.
इसी तरह कैलिफ़ोर्निया में एक कर्मचारी को हटा दिया गया क्योंकि कंपनी के फ़ेसबुक पेज पर उस व्यक्ति की फ़ोटो पोस्ट कर दी गई जिसमें वो कंपनी के खाद्य पदार्थ को चाट रहा है.
इसी तरह न्यूज़ीलैंड में एक सरकारी कर्मचारी की नौकरी चली गई थी जब फेसबुक पर डाला गया कि कैसे वो अपना वक्त ज़ाया करती है और ऑफिस से सामान चुराती है.
ब्लूमबर्ग में तो सोशल मीडिया संपादक की ही नौकरी चली गई. दरअसल इस संपादक ने नौकरी में अपनी समस्याओं को लेकर एक निजी संदेश अपने ट्विटर दोस्त को भेजा था जिसे उसने शेयर कर दिया.