सिलीगुड़ी/ दार्जिलिंग. तृणमूल कांग्रेस के असंतुष्ट नेता व सांसद मुकुल राय के अघोषित नये दल (राष्ट्रीय तकां) के गठन को लेकर पूरे बंगाल की राजनीति में अटकलों का दौर जारी है. ऐसे में गुरुवार को दार्जिलिंग और डुआर्स के दौरे पर निकले मुकुल राय ने सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नये दल के गठन की संभावना बरकरार है. समय आने पर इस बारे में खुलासा होगा. उन्होंने इस बारे में मीडिया को धैर्य रखने की नसीहत भी दी.
राय ने कहा कि वह अब भी तृणमूल के सदस्य हैं. क्या दार्जिलिंग यात्रा का उद्देश्य पहाड़ के नेताओं से मुलाकात करना है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल वह दार्जिलिंग महाकाल मंदिर में पूजा-अचर्ना करने जा रहे हैं. उनका पहाड़ एवं समतल की जनता के साथ व्यक्तिगत तौर पर हमेशा से ही मधुर संबंध रहा है. गोजमुमो अध्यक्ष विमल गुरुंग ही क्यों, कोई भी राजनेता हो या फिर साधारण जनता मुझसे हमेशा मुलाकात कर सकती है. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग में महाकाल के दर्शन कर आज ही सेवक के रास्ते डुआर्स की ओर जायेंगे.
एयरपोर्ट पर श्री राय के साथ मौजूद बैरकपुर से तृणमूल के निलंबित विधायक शीलभद्र दत्त ने कहा कि बंगाल विधान सभा चुनाव से पहले अगर संभावना बनती है तो नये दल का गठन जरूर होगा. दिन के करीब 11.45 बजे मीडिया से बातचीत के बाद श्री राय अपने काफिले के साथ पहाड़ के लिए रवाना हो गये. इससे पहले एयरपोर्ट पर सिलीगुड़ी के भाजपा नेता हरिसाधन घोष समेत कई तृणमूल नेताओं, कार्यकर्ताओं ने श्री राय का स्वागत किया.
राय करीब 3 बजे दार्जिलिंग पहाड़ के पवित्र तीर्थस्थान भगवान महाकाल बाबा का दर्शन करने पहुंचे. उनके साथ तृणमूल कांग्रेस प्रदेश कार्यकर्ता प्रबल राहा, तृणमूल कांग्र्रेस के प्रदेश विद्यार्थी संगठन के नेता सुजित सोम, अलीपुरद्वार के नेता राणा चंद, शीलभद्र, हरिसाधन घोष समेत कई नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे. 15 मिनट से अधिक समय तक पूजा-अर्चना करने के बाद वह पत्रकारों से रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि मैं एक हिंदू होने के नाते महाकाल बाबा का दर्शन करने आया हूं. नयी राजनीतिक पार्टी का गठन करने की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में मैंने भी सुना है. लेकिन कौन गठन कर रहा है मुझे नहीं मालूम. मैंने अभी राजनीति पार्टी गठन करने के बारे में कुछ नहीं सोचा है. अब भी मैं तृणमूल सांसद हूं.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने नवंबर क्रांति का महीना होने की बात कही थी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं नयी राजनीतिक पार्टी का गठन करने वाला हूं. कांग्रेस के साथ संपर्क में होने की बात पूछे जाने पर श्री राय ने कहा कि मैं एक राजनैतिक नेता हूं और राजनैतिक नेता की सब के साथ बातचीत होती रहती है. दार्जिलिंग से श्री राय डुआर्स के लिए रवाना हो गये.