भागलपुर : सबौर स्थित इंगलिश मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधान दिलीप कुमार की हत्या मामले में सबौर थाना की पुलिस ने रविवार देर रात चार संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
पूछताछ में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं. संदिग्धों की निशानदेही पर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. हालांकि सबौर थानाध्यक्ष नीरज तिवारी ने हिरासत में लिये जाने की बात से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि हत्या से जुड़े चार-पांच बिंदु पर पुलिस काम कर रही है. शिक्षक दिलीप कुमार काफी शांत स्वभाव के थे.
उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. इधर, सोमवार को पुलिस की निगरानी में शिक्षक के शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया गया. ज्ञात हो कि रविवार शाम करीब 7.30 बजे अपराधियों ने ममलखा काली मंदिर से रामलीला मैदान के बीच गोली मार कर हत्या कर दी थी. शिक्षक को नजदीक से कनपटी में गोली मारी गयी थी. मौके पर ही शिक्षक की मौत हो गयी थी. शिक्षक दिलीप कुमार मसाढ़ू सबौर के निवासी थे.
शिक्षक के कंधों पर था घर की जिम्मेदारी
भागलपुर : शिक्षक दिलीप कुमार की हत्या की सूचना मिलने पर सोमवार को बड़ी संख्या में शिक्षक व मसाढ़ू गांव से ग्रामीण पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे. शिक्षक दिलीप का शव देख लोगों की आंखें भर आयी. शिक्षक के एक दोस्त ने बताया कि दिलीप अच्छे शिक्षक के साथ -साथ अच्छे इनसान भी थे.
ग्रामीणों ने बताया कि दिलीप सभी से अच्छा व्यवहार करता था था. हत्या के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है. भाई विरेंद्र कुमार ने बताया कि तीन भाइयों में सबसे बड़ा भाई दिलीप कुमार था. घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी. दो बहनों की शादी होनी है. पिता यमुना मंडल किसान हैं. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर दिलीप कुमार ही घर का सारा खर्च उठाते थे.
भाई की किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी न कोई जमीन विवाद है. बेटे का शव देख मां कौशल्या देवी को बेहोशी का दौरा पड़ रहा था.