बहेड़ी : मॉनसून लगता है कि इस बार भी यहां के किसानों के साथ दगाबाजी करने पर आमदा है. मलमास बीतने एवं द्वितीय अषाढ़ शुरू होने के बाद भी किसान धान की रोपनी के लिए आसमान की ओर निहार रहे हैं. आद्रा की दगाबाजी के बाद मृगिसरा नक्षत्र भी अभी तक झाह फुह के सिवाय जम कर नहीं बरसी है.
सम्पन्न किसान आने वाले नक्षत्रों के बरसने की आस में दमकल से पटा कर रोपनी को जारी रखे हुए है. एक पखवाड़ा पहले धान की रोपनी करने वाले किसान रामविशेष चौधरी ने कहा कि ‘ आब गभ सेहो सुख रहल छै’.उनके कहने का तात्पर्य यह है कि रोपे हुए धान के खेत में दरार फटने की नौबत आ गयी है. दमकल से पटा पटा कर कब तक फसल उगांऐंगे.