पिछले तीन दिनों से आसमान से हो रही आग की बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. सुबह के 10 बजते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. इक्का-दुक्का लोग ही सड़कों पर आते-जाते नजर आ रहे हैं. हालात यह है कि सूर्य की तीखी किरणों से बचने के लिए लोग घरों में दुबके रहने को मजबूर हो गये हैं. आग उगलती गरमी के बीच बिजली भी दगा दे जा रही है. और लोगों को इस गरमी से राहत मिलता नहीं दिख रहा है.
जहानाबाद (नगर) : जिले में पिछले तीन दिनों से आग की बारिश हो रही है. सुबह होते ही सूर्य की तीखी किरणों रौद्र रूप धारण कर लेती है. नतीजा दस बजते-बजते सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. मौसम में उतार-चढ़ाव के साथ ही तापमान में हो रही वृद्धि से लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
झुलसन भरी तेज पछुआ हवा के थपेड़ों ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है.मानव के साथ-साथ पशु-पक्षी भी गरम हवाओं की थपेड़ों से बचने के लिए पेड़ों की छांव का सहारा ले रहे हैं. शुक्रवार को जिले का तापमान अधिक रहने के कारण लोगों का हाल बेहाल रहा. सुबह के 9 बजते ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा. 10 बजते-बजते सड़कों पर सन्नाटा पसर गया. झुलसन भरी गरमी ने लोगों को घरों में दुबके रहने पर मजबूर कर दिया. ऐसे में एसी, कुलर भी फेल होता दिख रहा है.
गरमी में बिजली भी दे रही दगा
मौसम में उतार-चढ़ाव के साथ ही गरमी का प्रकोप जैसे-जैसे बढ़ रहा है, बिजली भी दगा दे रही है. गुरुवार को पूरे दिन बिजली क ी आपूर्ति बाधित रही. ग्रिड में मेंटेनेंस कार्य के नाम पर बिजली आपूर्ति ठप रहने से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. शुक्रवार को भी यही हाल रहा. बिजली की आंख-मिचौनी ने लोगों को परेशान कर दिया है. बिजली के अभाव में ठंडक पाने के लिए लगाये गये कृत्रिम उपकरण बेकार साबित हो रहे हैं.
मौसमी फलों की बिक्री बढ़ी
गरमी से बचने के लिए लोग मौसमी फलों का सहारा ले रहे हैं. इन दिनों तरबूज की बिक्री काफी बढ़ गयी है. इसके साथ ही ईख का रस तथा मौसमी का जूस भी लोग पसंद कर रहें हैं. गरमी के कारण सूख रहे गले को तर करने के लिए लोग मौसमी फलों का सहारा ले रहे हैं. आम की बिक्री भी काफी बढ़ गयी है. हालांकि शीतल पेय के बजाय लोग लस्सी पीना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. गरमी के इस मौसम में लोगों को काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है. इस मौसम में हरी सब्जियों का सेवन करें, साथ ही ताजा व शुद्ध खाना का उपयोग करना आवश्यक है. शुद्ध व गुणवत्तापूर्ण पानी के साथ ही गरमी से राहत के लिए गंदगी से दूर व मच्छरदानी का प्रयोग करना आवश्यक है.
गरमी से होती हैं ये बीमारियां
तापमान में लगातार बढ़ोतरी तथा तेज पछुआ हवा से सावधान रहने की आवश्यकता है. इस मौसम में लू लगने तथा डिहाइड्रेशन की बीमारी आम हो गयी है. लू से परेशान मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. चिकित्सक की मानें तो गरमी से बचने के लिए पूरे बदन तथा सिर को ढक कर ही घरों से बाहर निकलें. पानी का भरपूर प्रयोग करें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.