नई दिल्ली : देश में चीनी की खपत पांच वर्ष में करीब 2.9 करोड टन के स्तर को पार कर जाएगी. इसकी वजह बढता शहरीकरण और खान-पान की आदतों में आया बदलाव है. एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई है.
उद्योग मंडल एसोचैम के अध्ययन में कहा गया है कि चीनी की 16 करोड 87 लाख टन की वैश्विक खपत में करीब 15 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ भारत दुनिया में चीनी का सबसे अधिक खपत करने वाला देश है. इसमें कहा गया है कि देश की चीनी खपत साल दर साल करीब दो प्रतिशत की दर से बढ रही है और वर्ष 2019-20 तक इसके 2 करोड 93 लाख टन हो जाने का अनुमान है. मौजूदा समय में खपत करीब 2.6 करोड टन की है.
इसमें कहा गया है कि चीनी की खपत में वृद्धि बढते शहरीकरण और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में इसके अधिक इस्तेमाल के कारण हो रही है.
अध्ययन में यह सुझाव दिया गया है कि गन्ने की खेती के विस्तार और उपज बढाने के लिए गन्ना खेती का रकबा बढाने की जरुरत है.
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