छातापुर : प्रखंड के चुन्नी व महम्मदगंज पंचायत के सीमा पर करीब एक सप्ताह पूर्व हुई अगलगी की भीषण घटना के सभी पीड़ितों को तत्काल राहत उपलब्ध नहीं कराया जा सका है. तेज पछुआ हवा के बीच हुई भीषण अगलगी की घटना में करीब 40 परिवारों के आशियाने राख हो गये थे. सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचे.
जिन्होंने पीड़ित परिवारों को चिह्न्ति कर तत्काल राहत उपलब्ध कराया, लेकिन सूची तैयार होने के बाद नौ परिवारों को तत्काल राहत देने से इनकार कर दिया. इसमें तीन विधवा भी शामिल है. घटना का सनहा दर्ज कराने थाना पहुंचे पीड़ितों ने बताया कि सिद्धेश्वरी देवी, तारा देवी, कागती देवी के पति की मौत पूर्व में ही हो चुकी है. अगलगी की घटना के बाद सिर छुपाने का घर भी जल कर राख हो गया. लेकिन नियम का हवाला देकर इन विधवाओं को राहत से वंचित कर दिया गया. अन्य वंचित पीड़ितों में दरबारी मेहता, बौआलाल मेहता, रेशमलाल मेहता, जय कुमार मेहता, रंजीत मेहता को भी अर्हता का हवाला देकर राहत नहीं दिया गया. जबकि सभी 40 पीड़ितों कीलाखों की संपत्ति जल कर बरबाद हो गयी थी. जिन्हें राहत मिला भी उन्हें मात्र 50 किलो अनाज ही उपलब्ध कराया गया है.
कहते हैं अधिकारी
इस बाबत थानाध्यक्ष रणविजय सिंह ने बताया कि पीड़ितों से प्राप्त आवेदन के आधार पर सनहा दर्ज कर ली गयी है. वहीं सीओ रमेश कुमार सिंह ने बताया कि विधवा के पुत्र को राहत दे दी गयी है. जबकि एसडीओ एसडीओ डॉ मनोज कुमार झा ने कहा कि चूल्हे के हिसाब से ही परिवार की गिनती होगी.