भागलपुर : शुरुआती गरमी से ही फ्रेंचाइजी क्षेत्र में बिजली संकट गहराने लगा है. रविवार को छुट्टी का दिन रहने पर भी शहर में निर्बाध बिजली आपूर्ति नहीं हो सकी. आवंटन में कटौती के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही. शहर में डेढ़-दो घंटे पर बमुश्किल एक घंटे बिजली मिली. घर में खाना बनाने से लेकर पीने लायक पानी की कमी महसूस की गयी. केवल बिजली पर निर्भर रहने वाले उद्योग-धंधे भी प्रभावित हुए.
लोगों को इस बात का यकीन था कि भागलपुर में निजीकरण के बाद 24 घंटे बिजली मिलेगी. लेकिन औसतन 12-15 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल रही है. शनिवार रात दक्षिणी शहर से गायब हुई बिजली करीब छह घंटे बाद रविवार सुबह आठ बजे लौटी. इसके बाद भी आपूर्ति सामान्य नहीं हो सकी. हर एक-डेढ़ घंटे की आपूर्ति पर एक से अधिक घंटे तक बिजली कटती रही.
कंट्रोल रूम से पूछने पर वास्तविक कारण नहीं बताया गया, बल्कि सबौर ग्रिड से ही लोड शेडिंग की बात बतायी गयी. सिविल सजर्न से जुड़े फीडर भीखनपुर व घंटा घर के लोगों को भी अनेकों बार बिजली कटौती का सामना करना पड़ा. कुल मिला कर स्थिति यह है कि बिजली के लिए हाहाकार मचा है. रविवार को शहर को सुबह नौ बजे तक 30 मेगावाट ही बिजली मिल सकी और इसके बाद से 44 मेगावाट बिजली मिली. जबकि निर्बाध आपूर्ति के लिए कम से कम 60 मेगावाट बिजली जरूरी है.