खरसावां : खरसावां को एनएच 33 से जोड़ने वाली खरसावां रंगामाटी सड़क में रैयती जमीन का भी अधिग्रहण किया जायेगा. भू अधिग्रहण को लेकर पंचायत प्रतिनिधि, पीडब्लूडी के अभियंता व ग्रामीणों की बैठक सोमवार को टांकोडीह में प्रमुख अमर सिंह हांसदा की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में ग्रामीणों ने रैयती भूमि पर भू अधिग्रहण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की.
पीडब्लूडी के जूनियर इंजीनियर महेश कुमार द्वारा तीन माह के भीतर भू अधिग्रहण की सारी प्रक्रिया पूरी करने के साथ साथ रैयतों में राशि का भुगतान करने का आश्वासन दिया गया. इस आश्वासन के बाद जाकर ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य शुरु करने पर सहमति जतायी. बैठक में बताया कि उक्त सड़क के लिये खरसावां अंचल के अधीन खरसावां से रायजेमा तक करीब अंचल से 15 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जायेगा. जमीन अधीग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है तथा तीन माह के भीतर इसे पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से निर्धारित राशि के अनुसार ही भू अधिग्रहण में रैयतों को भुगतान किया जायेगा.
बैठक में लिये गये निर्णय : मौके पर सड़क में कार्य करने वाले मजदूरों का मजदूरी दर 120 से बढ़ा कर 135 रुपये करने, सड़क निर्माण के दौरान बनने वाले कलवेट में गुणवत्ता वाले सीमेंट व खरकई नदी के बालू का उपयोग करने, पुल के लिये बनाये गये डायवर्सन में मिट्टी डाल कर चलने लायक बनाने पर सहमति बनी. बैठक में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य के दौरान सड़क के दोनों साइड पर मिट्टी काटने से आवागमन में हो रही असुविधा से अवगत कराया. इस पर रोड़ कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा सड़क निर्माण कार्य एक ही साइड पर करने की बात कही गयी.
बैठक में ये थे मौजूद : बैठक में मुख्य रुप से प्रखंड प्रमुख अमर सिंह हांसदा, पंचायत समिति सदस्य लाल सिंह बोइपाई, मुखिया होपना सोरेन, उप मुखिया मालती महतो, पीडब्लूडी के जूनियर इंजीनियर महेश कुमार, स्वर्णीण कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुमंत सिंह, दुर्योधन प्रामाणिक, अजय महतो समेत काफी संख्या में खेलारीसाही, टांकोडीह, सौरांग, मुदाडीह, गांगुडीह, बेलटांड, हुंडांगदा समेत कई गांवों के लोग मौजूद थे. मालूम हो कि पिछले दिनों ग्रामीणों ने भू अधिग्रहण किये बगैर ही रैयती जमीन पर सड़क बनाने का विरोध करते हुए सड़क निर्माण कार्य रोक दिया था. सोमवार को हुई त्रिपक्षीय वार्ता के बाद सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने सहमति दे दी है.