गया: वजीरगंज प्रखंड के शंकर बिगहा गांव में शनिवार को कृषि विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह पहुंचे और किसान सुमन सिंह की बटन मशरूम की खेती देख हर्षित हुए. सचिव ने जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो से परियोजना का प्रस्ताव बना कर पटना भेजने का निर्देश दिया.
इस मौके पर प्रधान सचिव ने कहा कि बिहार में अभी तक बटन मशरूम की खेती सफलतापूर्वक नहीं की जा रही थी. गया जिले में इसकी खेती किसान बड़े अच्छे तरीके से कर रहे हैं. यह सचमुच किसानों के समझा नया विकल्प के रूप में सामने होगा.
किसान सुमन सिंह ने उन्हें बताया कि एक बैग से लगभग चार से पांच किलो मशरूम पैदा किया जा सकता है. इसका थोक मूल्य सौ रुपये प्रति किलो मिल रहा है. एक बैग पर लगभग डेढ़ सौ रुपये खर्च होता है. इस तरह देखें तो प्रति बैग चार सौ रुपये तक मशरूम बेच कर लाभ प्राप्त हो जाता है. उन्होंने बताया कि हर दिन वह 80 किलो मशरूम उत्पादन करते हैं, जिसे घर से ही थोक विक्रेता खरीद ले जा रहे हैं. इस मौके पर राज्य बागवानी मिशन के निदेशक अजय यादव, उप कृषि निदेशक संजय सिंह, आत्मा के परियोजना निदेशक अरुण कुमार, डीएओ, कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी सुनील कुमार अजय, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के जिला परामर्शी सुदामा सिंह, आत्मा के परियोजना उप निदेशक नीरज कुमार वर्मा आदि मौजूद थे.
शेडनेट व पॉली हाउस में पान उपजाने पर दिया जोर
दूसरी तरफ बामेती व राज्य बागवानी मिशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय पान पत्ता के उत्पादन, प्रसंस्करण व विपणन सेमिनार के दूसरे दिन कृषि विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह के साथ अधिकारी वजीरगंज प्रखंड के पिपरा गांव पहुंचे. टीम में नरेंद्र कुमार शर्मा, लखनऊ से आये हुए कृषि वैज्ञानिक डॉ जाैहरी, डॉ चौरसिया ने पान की खेती की निरीक्षण किया. बिहार के 12 जिलों से आये किसान भी पान की खेती को देखा व जाना. वैज्ञानिकों ने शेडनेट व पाली हाउस में पान की खेती पर जोर दिया.