पिछले कई दिनों से एनएच 33 की जजर्र हालत पर खबरें आ रही थीं. केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत की जाये. काम शुरू हुआ, हालांकि अभी यह पूरा नहीं हुआ है.
पर केवल इसी एनएच की बात नहीं है, बल्कि स्टेट हाइवे के मामले में भी सक्रियता देखी जा रही है. राज्य के कई जिलों में सड़क मरम्मत में तेजी आयी है. इससे साफ पता चलता है कि चुनावों को देखते हुए ही सड़क मरम्मत का काम किया जा रहा है. यह व्यवस्था की खामी दिखाता है कि पिछले चार सालों से अधिकारी सोये हुए थे और जनता हिचकोले लेने को मजबूर थी.
आप इन कुछ सालों में हुई सड़क दुर्घटनाओं पर नजर डालें, तो पता चलेगा कि इसकी वजह खराब सड़कें ही हैं. इसके लिए कौन जिम्मेदार है? आखिर ऐसा कब तक चलेगा? प्रेरणा कुमारी, चाईबासा