नयी दिल्ली: पेय पदार्थ और अन्य खाने-पीने की चीज बनाने वाली पेप्सीको भारत में परिचालन मजबूत बनाने के लिये 2020 तक 33,000 करोड़ रपये निवेश करेगी.कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित निवेश से अनुसंधान, विनिर्माण, बुनियादी ढांचा तथा कृषि समेत विभिन्न रणनीतिक क्षेत्रों में उसकी क्षमता मजबूत होगी. कंपनी ने 1989 में भारत में प्रवेश किया और अबतक 2 अरब डालर निवेश कर चुकी है.
पेप्सीको के चेयरैमन तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी इंद्रा नूयी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पेप्सीको 2020 तक 33,000 करोड़ रपये :5.5 अरब डालर: निवेश करेगी और यह निवेश विनिर्माण, कृषि, बुनियादी ढांचा तथा अनुसंधान में किया जाएगा.’’नूयी ने कहा, ‘‘भारत ऐसा देश जहां काफी संभावनाएं हैं और पेप्सीको के लिये उच्च प्राथमिकता वाला बाजार है…’’
इस बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भारत में निवेश करने का कारण यह है कि हमारा मानना है कि देश की आर्थिक वृद्धि शानदार रही है और पेप्सीको का भारत में अच्छा कारोबार है. हमारा मानना है कि आर्थिक वृद्धि की कहानी अभी और आगे बढ़ेगी और हम भारत में विकास करना चाहते हैं…’’ एक प्रश्न के जवाब में नूयी ने कहा, ‘‘हम चुनाव से निर्देशित नहीं है. हम भारत की संभावना से निर्देशित हैं. हम भारत में निवेश के लिये किसी चुनाव नतीजे का इंतजार नहीं कर रहे हैं. हम भारत में उसकी आर्थिक वृद्धि को देखते हुए निवेश कर रहे हैं.’’ कंपनी का देश भर में 42 संयंत्र है. कंपनी पेप्सी, 7अप, मिरांडा तथा माउंटेड ड्यू के अलावा लहर, अंकल चिप्स और कुरकुरे ब्रांड से खाने-पीने के चीज बेच रही है.
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