रांची: एक्सआइएसएस में ‘डेवलपिंग पीपुल्स स्ट्रेटजी फॉर कंपीटिटिवनेस’ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें दक्षता, उत्कृष्टता, विविधता, एचआर की महत्वपूर्ण भूमिका, मजदूर यूनियन के साथ एचआर के संबंध जैसे विषयों पर चर्चा हुई.
उदघाटन सत्र में मुख्य अतिथि जिंदल के ग्रुप डायरेक्टर राजीव भादुरिया ने कहा कि वैज्ञानिक सोच के साथ मानवीयता को जोड़ने की आवश्यकता है. यूफलेक्स के ज्वाइंट प्रेसिडेंट चंदन चट्टोराज ने कहा कि वैश्चिक प्रतिस्पर्धा के लिए नीतियों में बदलाव लाना चाहिए.
पहले सत्र ‘टैलेंट एंड डायवर्सिटी मैनेजमेंट’ में जीइ ऑयल एंड गैस के ग्लोबल लीडर करुणोश प्रसाद ने कहा कि हम अपनी विविध ऊर्जा को किस दिशा में नियंत्रित करते हैं, यह महत्वपूर्ण विषय है. जेट एयरवेज के वीपी-एचआर ने कहा कि समय की जरूरतों के हिसाब से नीतियों में बदलाव जरूरी हैं. दूसरे सत्र में एक्साइड इंडिया के एचआर निदेशक नदीम काजिम ने कहा कि प्रतिद्वंद्विता के मूर्त रूप स्थित रह गये, पर अमूर्त रूपों में बदलाव आया है. आनेवाले दिनों में इडस्ट्रियल रिलेशंस का महत्व बढ़ेगा. एमइए पेप्सिको इंटरनेशनल के वीपी-एचआर अनुराग कुमार ने कहा कि दर्शन और मूल्यों को साथ लेकर चलें. कोटक महिंद्रा बैंक के वीपी-कॉरपोरेट सैलरी संजय शेषमणि ने कहा कि निजी कंपनियों के लिए नेशनल पेंशन स्कीम इंप्लाई प्रोविडेंड फंड का विकल्प बनने की ओर अग्रसर है.
तीसरे सत्र ‘एमजिर्ग एथिकल इशूज इन लीवरिंग सोशल मीटिया’ में पूजा मारवाह ने कहा कि सोशल मीडिया ने आवाज सुनाने के लिए लोगों को अपना एक मंच दिया है. दूसरे दिन शनिवार को ‘कॉरपोरेट ससटेनेबिलिटी’ विषय पर मैननेली भारत इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के ग्रुप एचआर-प्रेसिडेंट सुजॉय बनर्जी ने कहा कि लाभ समाज के ईद-गिर्द रहे और वहां आर्थिक विकास की शुरुआत करे. स्ट्रेटजिक इनिशिएटिव्स एचआर के निदेशक संजय बोस, आदित्य बिड़ला ग्रुप के वीपी उदय गुहा, एलएंडटी हाइड्रोकरबस के एचआर हेड रोहित सिन्हा, टाटा स्टील के वीपी-एचआरएम एसडी त्रिपाठी व अन्य ने भी विचार रखे. इससे पूर्व एक्सआइएएस के निदेशक डॉ एलेक्स एक्का ने प्रतिभागियों का स्वागत किया. प्रो एचआर शॉक सेमिनार के समन्वयक थे. सेमिनार का समापन ‘नोस्टाल्जिया’ के साथ हुआ, जिसमें 1988 व 1989 बैच के विद्यार्थी भी शरीक हुए. एक दूसरे के साथ मिलकर पुरानी यादें ताजा कीं. गीत संगीत के रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ.
समापन सत्र में सीसीएल के डाइरेक्टर पर्सनल आरआर मिश्र, सीआइएल के डाइरेक्टर पर्सनल व आइआर, आर मोहनदास, पार्थदास गुप्ता, समरजीत बनर्जी, इआइ रवीन्द्रन, सुब्रतो बासु, सूर्यदेव त्यागी, राकेश्वर पांडेय व अन्य शामिल हुए.