जमशेदपुर: शहर में पश्चिम बंगाल से आलू की आवक लगभग रुक गयी है. गुरुवार को आलू का थोक मूल्य 28 रुपये किलो तक चला गया है. अगर झारखंड सरकार ने कोई पहल नहीं की, तो आलू 40 रुपये किलो तक बिकेगा. थोक व्यापारी दूसरे राज्यों से आलू मंगाने में हिचक रहे हैं. उनका कहना है कि शहर के लोगों को बंगाल का आलू अधिक पसंद है.
सीमा से नजदीक होने के कारण यहां लाने पर दाम कम बैठता है. मगर यूपी से आलू लाने पर थोक मूल्य 30 रुपये प्रति किलो तक पड़ेगा. इस स्थिति में खुदरा बाजार में 35-40 रुपये किलो तक आलू बिकेगा. थोक व्यापारी कृष्णा प्रसाद के मुताबिक अगर झारखंड सरकार ने हस्तक्षेप नहीं किया, तो आलू का दाम आसमान पर रहेगा. बंगाल सरकार सीमा पर ट्रकों को पकड़ रही है और बाजार में आलू बाजार में बेच दे रही है. अनिल साहू ने कहा कि थोक व्यापारी के पास आलू नहीं है.इसलिए बंगाल सरकार से बातचीत कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोई रास्ता निकालें
सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष भरत वसानी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को त्रहिमाम पत्र लिखा है. श्री सोरेन ने कहा है कि इससे महंगाई बढ़ रही है. बंगाल से ही आलू आता है. रोक लग जाने से आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित हो गया है. इसको देखते हुए सरकार को पहल करनी चाहिए .
आलू व्यापारियों ने झारखंड चेंबर से गुहार लगायी
आलू व्यापारियों ने आज बाजार समिति प्रांगण, परसुडीह में बैठक की. बैठक में सिंहभूम चेंबर के पदाधिकारी सत्यनारायण अग्रवाल भी मौजूद थे. उन्होंने झारखंड फेडरेशन चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष से बात की. साथ ही इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाने की मांग की, ताकि सरकार ठोस कदम उठा सके. व्यापारियों ने कहा कि एनएच से अदरक, लहसुन, सब्जी बंगाल जाता है, पर झारखंड सरकार उन ट्रकों पर रोक नहीं लगा रही है.
प्याज 45 रुपये किलो
आलू का दाम बढ़ रहा है लेकिन प्याज की कीमत में थोड़ी गिरावट दर्ज की गयी है. गुरुवार को प्याज (थोक में)45 रुपये किलो बिका. प्याज अभी महाराष्ट्र से आ रहा है.