मोतिहारीः आपसी सौहार्द कायम रखनी का अच्छी मिसाल पेश की है केंद्रीय कारा में बंद मो मुसलिम व अमरूल नेशा ने. ऐसे तो जेल में इस वर्ष 65 बंदी छठी मइया की उपासना कर रहे हैं, लेकिन इससे इतर मुसलिम संप्रदाय के इन दो बंदियों ने व्रत रख समाज को नया संदेश दिया है. मो. मुसलिम व अमरूल नेशा की इस पहल से जेल परिसर में सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बन गया है. इनसे अन्य बंदियों में भी सांप्रदायिक सौहार्द का प्रेरण जाग उठी है.
सभी बंदी छठ व्रतियों को सहयोग करने में जुटे हैं. लोक आस्था का महापर्व छठ को पूरे आस्था व विश्वास के साथ दोनों बंदी चार दिवसीय अनुष्ठान के पहले दिन नहाय-खाय से आरंभ किया. इधर व्रत करन वाले बंदियों को जेल प्रशासन पुरी सहायता कर रही है. जेल के भीतर छठ घाट की साफ-सफाई का कार्य अंतिम चरण में है. जानकारी देते हुए जेल सुपरिंटेंडेंट रूपक कुमार ने बताया कि व्रतियों को कपड़ा, फल, मिठाई सहित सभी पूजन सामग्री जेल प्रशासन द्वारा दी जायेगी. इसकी सारी तैयारी पुरी कर ली गयी है.