नयी दिल्लीः बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा किए जाने के कारण पैदा हुए विवाद को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि विपक्षी दल के नेता आडवाणी को राजनीति से संन्यास लेने के लिए विवश कर रहे हैं.
कांग्रेस के प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा, ‘जिस तरह वे आडवाणी से साथ व्यवहार किया जा रहा है, उससे लगता है कि वे उन्हें संन्यास लेने के लिए विवश कर रहे हैं.’ कांग्रेस नेता और केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा, ‘बीजेपी के अंदर आपसी खींचतान नई बात नहीं है. लोग 2014 के आम चुनावों में भी बीजेपी को वोट नहीं देंगे और उसके लिए विपक्ष की बेंच सुरक्षित रखेंगे.’
उधर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता अनंत गाडगिल ने कहा, ‘बीजेपी नेतृत्व के मामले पर आंतरिक कलह से जूझ रही है. पार्टी के पास शीर्ष स्तर पर ऐसे चार चेहरे भी नहीं हैं जिनमें एकता हो. इस पार्टी को ‘बिना टॉपिंग्स वाला पिज्जा’ कहा जा सकता है.’
गाडगिल ने कहा कि बीजेपी में ऐसी बातें नयी नहीं हैं और इसी अंतर्कलह के कारण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने लोकसभा में घोषणा की थी कि वह संसदीय चुनाव नहीं लड़ेंगे.
उन्होंने कहा ‘जब वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तो पार्टी के प्रकाशनों में आडवाणी की तस्वीरें प्रमुखता से होती थीं.’ आडवाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से तुलना करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ की थी जिसके बाद पार्टी के नेताओं में आपसी मतभेद सामने आ गये.