मोतिहारी : बेरोजार युवकों को नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी करनेवाली चिटफंड कंपनी का भंडाफोड़ हुआ है. ठगी के शिकार युवकों की शिकायत पर पुलिस ने कंपनी के निदेशक आलोक कुमार गौरव को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है िक तुरकौलिया के रघुनाथपुर में कंपनी का कार्यालय है.
कंपनी का नाम सिवासन सिक्युरिटी एंड एचआर सॉलुसन प्राइवेट लिमिटेड बताया जाता है. आलोक शहर के अगरवा मोहल्ले का रहनेवाला है. उसने नौकरी के नाम पर जिले के 300 युवकों को ठगा है. ठगी के शिकार गोविंदगंज के मिश्रौलिया गांव निवासी रत्नेश्वर कुमार ने थाना में प्राथमिकी करायी है. नगर इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
कंपनी का मुख्यालय मुजफ्फरपुर के भगवानपुर में है़ मुजफ्फरपुर में सम्यक शिक्षा संस्कृति परिषद नामक ट्रस्ट से कंपनी का टाइअप है. कंपनी बिहार व झारखंड के ग्रामीण इलाकों में लोगों का हेल्थ कार्ड बनाने के लिए बेरोजगार युवकों को प्रखंड सुपरवाइजर की नौकरी देने के नाम पर ठगी कर रही थी. इसके लिए शहर के कई जगहों पर विज्ञापन का पोस्टर चिपकाया गया था. पुलिस ने कुछ पोस्टर भी जब्त किया है. उस पोस्टर पर संपर्क नंबर की जगह आलोक का मोबाइल नंबर अंकित है.
छह युवकों से लिये चार-चार हजार
ठगी के शिकार रत्नेश्वर ने पुलिस को बताया है कि आलोक ने प्रखंड सुपरवाइजर के पद पर नौकरी देने के लिए 65 सौ रुपये व शैक्षणिक प्रमाण पत्र लेकर कोर्ट से एग्रीमेंट कराया. उसके बाद कहा कि प्रखंड में पंचायत निरीक्षक के पद पर 10 बेरोजगार युवकों की बहाली कराने पर 10 हजार 500 रुपये का मानदेय मिलेगा. रत्नेश्वर के माध्यम से बहाल छह युवकों से आलोक ने चार-चार हजार रुपये लेकर ऑफर लेटर दिया. ऑफर लेटर देने के तीन महीने तक किसी को मानदेय नहीं दिया गया. नगर इंस्पेक्टर ने कहा कि इस चिटफंड कंपनी के पीछे जिसका भी हाथ होगा, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा.