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UP Crime News: नशीली दवा बेचने का नया तरीका, ऐसे जुटाते थे कस्टमर का डाटा, यूपी एसटीएफ ने दबोचा

यूपी एसटीएफ ने ऑनलाइन नशीली व प्रतिबंधित दवाएं उपलब्ध कराने वाले गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसके पास से नशीली दवाएं भी मिली हैं. यह गैंग भारत सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नशीली व प्रतिबंधित दवाएं ऑनलाइन ऑर्डर पर उपलब्ध कराता था.

Lucknow: यूपी एसटीएफ ने भारत व अंतर्राष्ट्रीय ग्राहको को नशीली/ प्रतिबंधित दवाएं उपलब्ध कराने वाले एक गैंग का खुलासा किया है. यह गैंग ग्राहकों का डाटा ‘डार्कवेब’ (Dark web) से लेकर वर्चुअल मनी बिटकॉइन (Bitcoin)के माध्यम से अपना गैरकानूनी धंधा चलाते थे. एसटीएफ (STF) ने गैंग के सरगना शहबाज को उसके पांच साथियों के साथ यूपी की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से प्रतिबंधित दवाएं और लैपटॉप सहित कई वस्तुएं बरामद हुई हैं.

एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार काफी दिनों से राजधानी लखनऊ व उसके आस-पास के जनपदों में चोरी छुपे प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पोर्टल के माध्यम की की जा रही थी. जांच पड़ताल में पता चला कि आलमबाग थाना क्षेत्र में एक सक्रिय गैंग प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की अवैध रूप से ऑन लाइन माध्यम से कॉल सेंटर चलाते हुए कर रहा है.

एसटीएफ को पता चला कि गैंग का मुखिया शहबाज अपने साथियों के साथ अपने आलमबाग स्थित किराये के कमरे पर मौजूद है. वह कुछ दवाइयों के सैंपल लेकर उन्हें खरीदने व बेचने के संबध में अपने साथियों के साथ कॉल सेंटर भी चला रहा है. यह जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ की टीम डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में आलमबाग चौराहे पर पहुंची.

उनके साथ एफएसडीए के सहायक आयुक्त बृजेश कुमार, अपनी टीम ड्रग इंस्पेक्टर माधुरी सिंह, नीलेश कुमार शर्मा भी थे. पूरी टीम ने 61/1 चंदर नगर आलमबाग स्थित किराये के घर में छापा मारकर सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया. शहबाज ने मौके पर पूछताछ में बताया कि उसका प्रतिबंधित दवाओं को बेचने का एक अंतर्राष्ट्री गिरोह है.

इस धंधे के लिये कस्टमर का डाटा वह डार्क वेब के माध्यम से लेता है. लोगों से व्हाट्सअप के माध्यम से बात करके उनकी डिमांड की जानकारी ली जाती है. इसके बाद दवाई मंगाकर उपलब्ध कराये गये पते पर पहुंचा दी जाती है. दवा का पैसा बिटकॉइन या पे-पाल के माध्यम से लिया जाता है.

शहबाज ने बताया कि उनका गैंग नशीली/प्रतिबंधित दवाओं को चोरी से ऑन लाइन माध्यम से भारत सहित विश्व के कई देशों में बेचते है. इस काम में उसका सहयोग आरिज, सारिज, जावेद, सऊद, गौतम आदि करते हैं. इस मामले में आलमबाग थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. आरोपियों के पास से Tramanof-P, Tramef-AP, Spasmo-Proxyvon Plus प्रतिबंधिद दवाएं मिली हैं.

ये किये गये गिरफ्तार

  • शहबाज खान पुत्र शहनवाज खान, निवासी औरंगाबाद खालसा, बिजनौर रोड, थाना बिजनौर, लखनऊ.

  • आरिज एजाज पुत्र एजाज अहमद निवासी स्थायी पता ग्राम बरूआ, थाना गोसाईगंज, लखनऊ.

  • गौतम लामा पुत्र स्व. पूरन बहादुर निवासी बी-20, आलमबाग, लखनऊ।

  • शारिब एजाज पुत्र एजाज अहमद निवासी ग्राम बरूआ, अमेठी, थाना गोसाईगंज, लखनऊ।

  • जावेद खान पुत्र स्व. नूर मोहम्मद निवासी मोहम्मदनगर, थाना बिजनौर, लखनऊ.

  • सऊद अली उर्फ अली पुत्र हफीज अहमद निवासी इनौना थाना मोहनगंज, अमेठी, स्थायी पता मोहल्ला भदेवां, थाना ऐशबाग, लखनऊ.

खुलासे में शामिल टीम

इंसपेक्टर हेमंत भूषण सिंह, एसआई तेज बहादुर सिंह, हरीश सिंह चौहान, कृष्णकांत शुक्ला, पवन सिंह बिसेन, सुनील कुमार, राम सिंह, आलोक रंजन, कमांडो रवि कुमार

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