पटना : कोरोना पुलिस के लिए बड़ा बहुत खतरा बन गया है. 45 और पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ गये हैं. इसमें हाइकोर्ट की सुरक्षा में तैनात 18 सिपाही शामिल हैं. सीएस आॅफिस, जजेज कॉलोनी व देशरत्न मार्ग पर ड्यूटी देने वाले भी संक्रमितों की सूची में हैं. इन 45 पुलिसकर्मी में 13 महिला सिपाही हैं. इसमें भी आठ महिला सिपाही हाइकोर्ट की सुरक्षा में तैनात थी. गौरतलब है कि डीएसपी हाईकोर्ट सुरक्षा के कोरोना संक्रमण पाये जाने के बाद अब पुलिसकर्मियों की जांच करायी गयी थी.
रविवार को 30 पुलिसकर्मी की जांच की गयी है. वहीं इन हालातों पर चिंता प्रकट करते हुए बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज ने मुख्यमंत्री व डीजीपी से तबादलों पर रोक की मांग की है. उन्होंने कहा है कि कई पुलिसकर्मी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. स्थानांतरण के क्रम में उन्हें भी एक से दूसरे इकाई में जाने की बाध्यता होगी, जो किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं होगा. मानवीय आधार पर स्थिति सामान्य होने तक पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण व आवागमन रोक लगा दी जाये. पुलिसकर्मियों को सार्वजनिक परिवहन से जाना पड़ता है.
पटना़ हाइकोर्ट में पुलिसकर्मियों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद सोमवार को हाइकोर्ट में न्यायाधीशों के साथ जुड़े कर्मचारियों की जांच हाइकोर्ट परिसर में ही होेगी. हाइकोर्ट प्रशासन ने आदेश दिया है कि लॉकडाउन में कर्मियों को कोर्ट आने की जरूरत नहीं है. हालांकि, कर्मचारी अपना मोबाइल चालू रखेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये की जा रही सुनवाई में किसी तरह की उनकी जरूरत पड़े, तो जानकारी ली जा सके.
बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह को पटना एम्स से रविवार को छुट्टी दे गयी है. कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद सिंह को चार जुलाई को यहां भर्ती कराया गया था. रविवार को उनकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर एम्स प्रशासन ने उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी. वह अगले सप्ताह तक घर में ही रहेंगे. जानकारी के अनुसार उनके परिवार के भी सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आयी है. सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.