तेहरान: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु समझौते से अमेरिका को हटने के फैसले के बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानीनेकहा है कि वह अपने विदेश मंत्री को समझौते में शामिल अन्य देशों के साथ बातचीत करने के लिए भेज रहे हैं. साथ ही रूहानी ने चेतावनी दी है कि वार्ता विफल रहने की स्थिति में वह ‘‘आने वाले सप्ताहों ‘ में यूरेनियम संवर्द्धन का काम शुरू कर देंगे. सरकारी टीवी चैनल ने कल रूहानी के भाषण का सीधा प्रसारण किया. वहीं, ईरान की संसद के स्पीकर अली लरीजानी ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास इस डील को करने के लिए मानसिक क्षमता नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद के योग्य नहीं हैं. ईरान में सांसदों ने आज विरोध जताने के लिए अमेरिकी झंडे को जलाया और ईरान के साथ के डील की प्रतीकात्मक कॉपी कोभी जलाया गया.
ईरान केराष्ट्रपति हसन रूहानी ने जोर दिया कि अमेरिका के बिना भी यह समझौता कायम रह सकता है. रूहानी ने कहा, ‘‘ यदि इस संक्षिप्त अवधि की समाप्ति पर हमें लगा कि समझौते के तहत हम अपनी मांगों को हासिल कर पाने में सफल रहेंगे तो यह समझौता बना रहेगा. ‘
ईरान के सरकारी टीवी चैनल पर ट्रंप का भाषण प्रसारित नहीं हुआ. हालांकि स्क्रीन पर नीचे स्क्रॉल में उनकी टिप्पणियों को दिखाया गया.
रूहानी ने कल दिन में कहा था कि ईरान दुनिया के अन्य देशों के साथ सकारात्मक संबंधों को बनाये रखते हुए काम करना चाहता है. राष्ट्रपति को लगता है कि 2015 में हुए परमाणु समझौते के बाद यूरोपीय संघ के साथ हुए व्यापारिक समझौते कायम रहेंगे और उन्हें अमेरिकी प्रतिबंधों से बचाने के लिए संघ कोई कानून बनाएगा.
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