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सुलतानगंज से लगभग 70 हजार शिवभक्तों ने उठाया जल
सुल्तानगंज स्थित अजगैवीनाथ धाम से मगंलवार को लगभग 70 हजार से ज्यादा कांवरियों ने गंगा नदी से जल उठाया और देवनगरी बाबा वैद्यनाथ धाम की ओर अपने कदम बढ़ाए. सावन के महीने में जारी श्रावणी मेला के दौरान मौसम में ठंडक की वजह से कांवरियों में खुशी की लहर है. शिवभक्त बम भोले के नारे लगाकर कांवरिया पथ पर प्रस्थान करते नजर आए.
मौसम सुहना होने से शिवभक्तों का उमंग और भी बढ़ा
कांवरिया पथ पर मंगलवार को कहीं हल्की तो कहीं जमकर बारिश हुई. इससे मौसम सुहाना हो गया. तपती धूप व उमस भरी गर्मी से कांवरियों को राहत मिली. बारिश के बाद कांवरिया पथ पर शिवभक्तों के कदम और भी तेज गति से बाबधाम के ओर बढ़ने लगे. सुलतानगंज से लेकर देवघर तक बोल-बम के नारों से गुंजायमान रहा.
गेरुआधारी कांवरियों से पटा शहर
सावन की दूसरी सोमवारी पर पूरा बाबानगरी गेरुआधारी कांवरियों से पटा रहा. पूरे शहर में बोलबम की जयकार गूंज रही थी. सुबह से बारिश के फव्वारों ने कांवरियों को काफी राहत पहुंचायी. सु सोमवार को शाम के करीब छह बजे तक कड़ी सुरक्षा घेरे में करीब 2,71,616 कांवरियों ने बाबा पर जलाभिषेक कर मंगलकामना की. इसमें मुख्य अरघा से 1,81,957 और बाह्य अरघा से 89,659 भक्तों ने जल चढ़ाया. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए बाबा मंदिर के निकास द्वार पर लगे तीन बाह्य अरघा काफी कारगर साबित हुआ.
बोलबम के नारों से रहा गुंजायमान सुलतानगंज कांवरिया पथ
बिहार, बंगाल, झारखंड के अलावे देश के विभिन्न राज्यों से शिवभक्त सुलतानगंज से पवित्र गंगाजल लेकर कांवरिया देवघर के लिए रवाना हो रहे हैं. इनमें ज्यादातर पैदल कांवर यात्रा करने वाले श्रद्धालु शामिल हैं. जानकारी के अनुसार सावन महीने में सोमवार की शाम पांच बजे तक 7 लाख,13 हजार 900 कांवरिये सुल्तानगंज से जल भरकर पैदल देवघर गये हैं. वाहनों और अन्य मंदिरों में जल भरकर जाने वाले कांवरियों को जोड़ने पर यह संख्या आठ लाख से अधिक पहुंच जाएगा.
आंकड़ा दर्ज करने के लगया गया है लेजरयुक्त मशीन
कांवरियों की गणना के लिए कंवरिया पथ पर दो लेजरयुक्त मशीनें लगायी गयी है. धांधी-बेलारी से कच्ची कांवरिया पथ पर कांवरियों के निकलते ही कांवरियों का आंकड़ा स्वत: दर्ज हो जाता है. वहां पर एजेंसी के कर्मी के अलावा कम्प्यूटर ऑपरेटर और मजिस्ट्रेट आदि की प्रतिनियुक्ति की गयी है. हर दो घंटे पर कांवरियों की रिपोर्ट भेजने की व्यवस्था की गयी है, लेकिन यह आंकड़ा धांधी बेलारी से कच्ची कांवरिया पथ से जाने वालों की है. मुख्य सड़क या वाहनों से जाने वालो कांवरियों की गणना नहीं हो पा रही है.