लाइव अपडेट
ब्रह्मपुर में हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ का किया जलाभिषेक
ब्रह्मपुर प्रखंड के बाबा बरमेश्वर नाथ नगरी ब्रह्मपुर में हजारों श्रद्धालु बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ का जलाभिषेक किया. उसके बाद फाल्गुनी महाशिवरात्रि के अवसर पर लगने वाले मेला एवं बाबा के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो. इसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा के सभी इंतजाम पूरा कर ली है.
बक्सर के शिव मंदिर में लगी भक्तों की भीड़
आज महाशिवरात्रि का पर्व है. बक्सर के शिव मंदिर में जलाशिषेक करने के लिए भक्तों भीड़ लगी है. शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया. पूजा बक्सर आज शिवमय हो गया है.
बारात में शिव-स्वयंवर का दृश्य आकर्षक होगा
कुछ ही देर बाद रामभजन आश्रम से शिव की भव्य बारात निकाली जायेगी. बारात पहले गरीबनाथ मंदिर पहुंचेगी. बारात में शिव-स्वयंवर का दृश्य आकर्षक होगा. इसके अलावा विभिन्न देवी और देवताओं के रूप में कलाकार शामिल होंगे.
महाशिवरात्रि को लेकर भक्त उत्साहित
प्राचीन बूढ़ानाथ मंदिर में आधुनिक सजावट शहर के प्राचीन बूढ़ानाथ मंदिर में भव्य सजावट की गयी है. यहां स्थानीय कलाकार भजन गाकर माहौल को भक्तिमय बनाएं हुए है. भागलपुर के सभी शिवालय में उत्सवी माहौल दिखने लगा. महाशिवरात्रि को लेकर भक्त उत्साहित दिख रहे हैं.
कुपेश्वर नाथ मंदिर में हुई भव्य सजावट
भागलपुर कोतवाली स्थित कुपेश्वर नाथ मंदिर में एक क्विंटल ईख के रस, 51 किलो दूध, 21 किलो दही, 11 किलो शहद से बाबा का रूद्राभिषेक व पूजन हुआ. महंत विजयानंद शास्त्री ने बताया कि इस बार मंदिर से हर दिल समिति की ओर से बरात निकलेगी. कोरोना काल में भीड़ नहीं लगाने को लेकर मंदिर में विशेष व्यवस्था है.
लाइव दर्शन महावीर मंदिर पटना
भूतनाथ मंदिर : फूल से हुई सजावट
साहेबगंज स्थित भूतनाथ मंदिर में आकर्षक सजावट की गयी. सजावट कलाकार गणेश मालाकार ने बताया कि इस बार भूतनाथ में 60 रुपये से अधिक से फूलों की सजावट की गयी. इसके अलावा शृंगार में अलग खर्च आयेंगे. व्यवस्था में लगे अमित कुमार एवं राहुल पचेरीवाला ने बताया कि श्रद्धालुओं को यहां किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी.
शिवमंदिर से निकाली गयी कलशयात्रा
बाराचट्टी. बारा पंचायत के गावं भगहर शिव मंदिर से कलश यात्रा निकली गयी. तिरंगा और हनुमान झंडा लिए ग्रामीण तेतरिया घाट से जल भरकर भगहर शिवमंदिर पहुंचे. इस दौरान कलश यात्रा में भारी संख्या में महिला पुरुषों ने भाग लिया. इस समारोह से जुड़े लोगों ने बताया कि शाम में रुद्राभिषेक का आयोजन होगा जो रात दस बजे तक चलेगा. इसके बाद अखंड की कीर्तन का आयोजन होगा.
आज महादेव बनेंगे दूल्हा
महाशिवरात्रि के मौके पर आज सुबह में जल अर्पण, सामूहिक पूजन, भगवान शिव के शृंगार का कार्यक्रम का आयोजन किया गया. महादेव जी आज दूल्हा बनेंगे. शाम में भगवान शिव पार्वती का शुभ विवाह का आयोजन किया गया है.
महाशिवरात्रि महाशिवरात्रिपूजन का शुभ मुहूर्त
चर-लाभ-अमृत मुहूर्त: सुबह 09:08 बजे से 01:39 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त:- दोपहर 11:39 बजे से 12:25 बजे तक
गुलीकाल मुहूर्त:- दोपहर 12:02 बजे से 01:39 बजे तक
विजय मुहूर्त: दिन में 02:29 बजे से 03:16 बजे तक
शुभ योग मुहूर्त: अपराह्न 02:56 बजे से शाम 04:23 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:09 बजे से 06:33 बजे तक
निशीथ काल मुहूर्त: मध्यरात्रि 12:08 बजे से 12:58 बजे तक
बेली रोड खाजपुरा शिव मंदिर की ओर शाम चार बजे के बाद नो इंट्री
महाशिवरात्री को लेकर शहर में आज मंगलवार को सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहेगी. मुख्य आयोजन बेली रोड खाजपुरा स्थित शिव मंदिर में होगा. आज बेली रोड पर किसी भी निजी या व्यावसायिक वाहनों को शाम चार बजे के बाद खाजपुरा शिवमंदिर की ओर नहीं जाने दिया जायेगा. अगर किसी निजी या व्यावसायिक वाहन को सगुना मोड़ या दानापुर जाना है तो वे सीधे पटेल भवन के सामने से राजाबाजार फ्लाईओवर पर चढ़ कर रूपसपुर निकल सकते हैं.
घोड़दौड़ रोड चौराहा से खाजपुरा शिव मंदिर जायेगी शोभा यात्रा
महाशिवरात्रि के मौके पर मंगलवार को पटना के नेपाली नगर सेक्टर- 7 बजरंग बिहार कॉलोनी से निकलने वाली शोभायात्रा की तैयारी पूरी कर ली गयी है. अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने बताया कि भगवान शिव की बरात बजरंग बिहार कॉलोनी स्थित महावीर मंदिर से निकल कर मगध कॉलोनी,काली मंदिर, नेता जी सुभाष मार्ग, ज्ञान निकेतन स्कूल होते हुए घोड़दौड़ रोड चौराहा से खाजपुरा शिव मंदिर तक जायेगी.
यहां करें श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का दर्शन
महाशिवरात्रि 2022: शाम सात बजे निकलेगी शिव बारात
पटना के एलसीटी घाट स्थित श्री डाक बाबा मंदिर के वरीय सदस्य बनवारी सिंह ने बताया कि देवी स्थान (नेहरु नगर) से शाम सात बजे भगवान शिव की बरात निकलेगी. विभिन्न इलाकों से होते हुए बरात एलसीटी घाट पहुंचेगी. बरातियों को भव्य स्वागत किया जायेगा.
बाबा मनसकामनानाथ में लगी शिव भक्तों की कतार
महाशिवरात्रि 2022(Mahashivratri) के मौके पर नाथनगर इलाके के प्रसिद्ध मनसकामना नाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा व शादी समारोह का आयोजन किया गया है. आज सुबह से शिवलिंग पर जलाभिषेक को ले श्रद्धालुओं का तांता लगेगा. इलाके के मनसकामनानाथ, बमभोकरानाथ, सोमनाथ, भूथनाथ समेत विभिन्न मंदिरों में धूमधाम से शिव-पार्वती का विवाह संपन्न होगा. सबसे अधिक भीड़ बाबा मनसकामनानाथ में लगी है.
महाशिवरात्रि पर आज निकलेगी बरात
महाशिवरात्रि 2022 के अवसर पर मंगलवार को शहर में भगवान शिव की भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी. शहर के भयहरण स्थान के अलावे ग्रामीण क्षेत्र के कई मंदिरों से निकलने वाली शिव बरात में भूत-बैतालों के साथ दर्जनों झांकियां निकाली जायेंगी.
बिहार के शिव मंदिरों में जलाभिषेक शुरू
बिहार के शिव मंदिरों में जलाभिषेक शुरू है. पटना के प्रसिद्ध महावीर मन्दिर में आज महाशिवरात्रि 2022 के अवसर पर 51 भक्त रुद्राभिषेक करेंगे. मन्दिर में स्थित तीनों शिवलिंग पर रुद्राभिषेक होगा. मन्दिर के प्रथम तल पर शीशे के विशेष मंडप में स्थित शिवलिंग पर सुबह पांच बजे से रात्रि 11 बजे तक एक-एक घंटा के कुल 19 स्लॉट में भक्तों ने रुद्राभिषेक की बुकिंग करायी है. हनुमानजी के मुख्य गर्भगृह के निकट स्थित शिवलिंग पर सुबह 11 बजे से रात्रि 11 बजे तक भक्त रुद्राभिषेक करेंगे.
महाशिवरात्रि पर बन रहा ये शुभ योग
आज महाशिवरात्रि है. इस दिन विशेष योग बन रहे है. आज 11 बजकर 18 मिनट पर परिघ योग रहेगा. इस योग के दौरान शुभ कार्यों की मनाही होती है. इसके बाद शिव योग लग जाएगा. शिव योग में किये गये कार्यों में सफलता प्राप्त होती है. मान्यता है कि शिव योग में भगवान शंकर की विधि-विधान के साथ पूजा करने पर शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
महाशिवरात्रि: महादेव से प्रार्थना इस प्रकार करें
नियमो यो महादेव कृतश्चैव त्वदाज्ञया।
विसृत्यते मया स्वामिन् व्रतं जातमनुत्तमम्।।
व्रतेनानेन देवेश यथाशक्तिकृतेन च।
संतुष्टो भव शर्वाद्य कृपां कुरु ममोपरि।।
अगले दिन सुबह पुन: स्नान कर भगवान शंकर की पूजा करने के बाद व्रत का समापन करें।
महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय: शाम 06:27 से रात 09:29 तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय: रात 09:29 से 12:31 तक
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय: रात 12:31 से 03:32 तक
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय: रात 03:32 से सुबह 06:34 तक
शिव मंत्र ऊं नम: शिवाय का जाप करें
व्रती दिनभर शिव मंत्र (ऊं नम: शिवाय) का जाप करें तथा पूरा दिन निराहार रहें. (रोगी, अशक्त और वृद्ध दिन में फलाहार लेकर रात्रि पूजा कर सकते हैं.)
शिवपुराण में रात्रि के चारों प्रहर में शिव पूजा का विधान है. शाम को स्नान करके किसी शिव मंदिर में जाकर अथवा घर पर ही पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके त्रिपुंड एवं रुद्राक्ष धारण करके पूजा का संकल्प लें.
महाशिवरात्रि जानें पूजा विधि
व्रती को फल, फूल, चंदन, बिल्व पत्र, धतूरा, धूप व दीप से रात के चारों प्रहर पूजा करनी चाहिए साथ ही भोग भी लगाना चाहिए.
दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अलग-अलग तथा सबको एक साथ मिलाकर पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराकर जल से अभिषेक करें.
चारों प्रहर के पूजन में शिवपंचाक्षर (नम: शिवाय) मंत्र का जाप करें. भव, शर्व, रुद्र, पशुपति, उग्र, महान, भीम और ईशान, इन आठ नामों से फूल अर्पित कर भगवान शिव की आरती व परिक्रमा करें.
महाशिवरात्रि व्रत विधि
महाशिवरात्रि की सुबह व्रती (व्रत करने वाला) जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद माथे पर भस्म का त्रिपुंड तिलक लगाएं और गले में रुद्राक्ष की माला धारण करें. इसके बाद समीप स्थित किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग की पूजा करें. श्रृद्धापूर्वक व्रत का संकल्प लें.