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रात में कपकपी वाली पड़ेगी ठंड
बिहार में आज पारा गिरने की संभावना है. दिन में मौसम साफ होने के कारण रात का न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी. दिन में आसमान साफ रहेगा, लेकिन रात में कपकपी वाली ठंड पड़ेगी.
गिरेगा पारा, बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार दो दिन बाद जैसे ही मौसम एकदम साफ होगा, रात के तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जायेगी, इसके साथ ही शीतलहर शुरू हो सकती है. कोहरे की पूरी संभावना है.
आज रहेगा धूप, रात में बढ़ेगी ठंड
आज बिहार में धूप होगा. दिन में धूप होने पर ठंड से राहत मिलेगी. वहीं शाम होते ही कपकपी वाली ठंड शुरू हो जाएगी. अगले एक सप्ताह तक सुबह के समय कोहरे के आसार है.
फसल की क्षति का हो आकलन
पटना. लोजपा रामविलास के प्रवक्ता नवल शर्मा ने कहा कि राज्य में फल क्षति का आकलन होना चाहिए. सरकार को तुरंत इनपुट अनुदान की घोषणा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की निष्क्रियता के चलते रबी की फसल में डीएपी और यूरिया की भारी किल्लत झेलने के बाद ओलावृष्टि और बारिश किसानों पर कहर बन कर टूट रही है. लेकिन, सरकार की ओर से अभी तक कोई राहत की घोषणा नहीं की गयी है.
आज से पूरे बिहार में कोहरे के आसार
पहाड़ों पर बर्फबारी और कई राज्यों में बारिश के कारण बिहार के कई इलाकों में कड़ाके की ठंड जारी है. आज से पूरे बिहार में कोहरे के आसार है.
तापमान में असामान्य उतार-चढ़ाव के कारण बदला राज्य का मौसम
बिहार में सर्दियों के मौसम में यह घटना बिल्कुल आसमान्य मानी जा रही है. बादलों की तड़तड़ाहट भी असमान्य रही. इससे पहले पिछले साल जून में इससे कुछ अधिक बादल गरजे थे. तब पटना, वैशाली, छपरा, हाजीपुर आदि जिलों के ऊपर करीब दो घंटे में साठ हजार से अधिक बार मेघ गर्जन के साथ बिजली चमकी थी
औरंगाबाद, नवादा सहित कई जिलों में पड़े ओले
बिहार में बुधवार की रात राज्य के कई हिस्सों में रिकार्ड बारिश के साथ भारी ओला वृष्टि चौंकाने वाली थी. बिहार में इस तरह ओलों का गिरना बिल्कुल असामान्य घटनाक्रम माना गया है. गुजरात-राजस्थान के मरुक्षेत्र से आ रही सूखी पछुआ और बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त पुरवैया हवा के बिहार में एक-दूसरे से टकराने के कारण आसमान में तापमान की गिरावट प्रति किलोमीटर 12 से 13 डिग्री तक हो गयी. इसके चलते करीब 6 किलोमीटर ऊपर रहने वाला फ्रीजिंग लेवल (शून्य डिग्री,जहां नमी या पानी बर्फ बन जाते हैं) तीन किलोमीटर नीचे आ गया. इसका परिणाम हुआ कि कई इलाकों में बड़ी संख्या में ओले गिरे.