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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की दी बधाई
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की बधाई दी और कहा कि कल जन्माष्टमी है. ये भगवान कृष्ण के जन्म का पर्व है. हम भगवान के सभी रूपों से परिचित हैं. नटखट कन्हैया से लेकर विराट रूप धारण करने वाले कृष्ण तक. शास्त्र सामर्थ्य से लेकर शस्त्र सामर्थ्य वाले कृष्ण तक. कला हो, सौंदर्य हो, माधुर्य हो, कहां कहां कृष्ण हैं.
खिलौना निर्माण के क्षेत्र में भी आगे आ रहे युवा
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे देश में खिलानों की काफी चर्चा हो रही है. हमारे युवा भी खिलौना निर्माण के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं. वे नये-नये प्रयोग कर रहे हैं. दुनिया में खिलौनों का 6-7 लाख करोड़ का मार्केट है. लेकिन इसमें भारत का हिस्सा बहुत कम है. खिलौने में टेक्नोलॉजी क्या हो, चाइल्ड साइकोलॉजी क्या हो, विविधता क्या हो इसके अनुरूप खिलौने तैयार किये जाते हैं.
छोटे शहरों में भी दिख रहा है स्टार्ट अप का क्रेज
पीएम ने कहा कि आज जहां भी जाओ, किसी भी संपन्न परिवार में देखो तो वहां का पढ़ा लिखा युवा स्टार्ट अप शुरू करने की बात करता है. मतलब रिस्क लेने के लिए उसका मन उछल रहा है. आज छोटे-छोटे शहरों में भी स्टार्ट अप कल्चर का विकास देखले को मिल रहा है.
स्पेस सेक्टर में युवाओं ने दिखायी रूची
मोदी ने कहा कि भारत में अभी कुछ समय पहले ही स्पेस सेक्टर में पढ़ाई शुरू की. इसको देखते हुए काफी संख्या में युवाओं ने इसमें रूची दिखायी और कई क्षेत्र के युवा आगे आए. मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले समय में सैटेलाइट की बढ़ती संख्या में भारतीय युवाओं का नाम जुड़ा होगा.
भारत के युवा अपनी अलग राह बना रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि आज का युवा बने बनाये रास्तों पर नहीं चलना चाहता है. वह अनजान जगहों पर कदम रखना चाहता है. मंजील भी नयी, लक्ष्य भी नये, राह भी नयी और चाह भी नयी. आज का युवा एक बार मन में ठान लेता है न तो जी जान से उसे पूरा करने में जुट जाता है.
युवा पीढ़ी से खेल-कूद में देश को बड़ी उम्मीद
मोदी ने कहा कि देश को युवा पीढ़ी से बहुत उम्मीद है. जब खेल-कूद की बात होती है, हमें युवा पीढ़ी नजर आती है. आज जब युवा पीढ़ी की ओर गौर से देखते हैं तो लगता है कि कितना बड़ा बदलाव आया है. आज का युवा पुराने तरीकों से नहीं, बल्कि कुछ नया करना चाहता है.
चार दशक बाद हॉकी में मिला मेडल
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार टोक्यो ओलिंपिक में चार दशक बाद हॉकी को मेडल मिला है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मेडल के रूप में मेजर ध्यानचंद को सच्ची श्रद्धांजलि दी गयी. उनकी आत्मा आज जहां भी होगी काफी प्रशन्न हुई होगी.
प्रधानमंत्री ने मेजर ध्यानचंद्र को श्रद्धांजलि दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात में सबसे पहले हॉकी के जादुगर मेजर ध्यानचंद्र को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि कितने ही पदक क्यों न मिल जाएं, लेकिन जब तक हॉकी में पदक नहीं मिलता, भारत का कोई भी नागरिक विजय का आनंद नहीं ले सकता.