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बूढ़ी गंडक नदी में डूब कर युवक की मौत
उजियारपुर. अंगारघाट थाना क्षेत्र के अंगारघाट निवासी सुरेश गिरि का पुत्र रविरंजन कुमार गिरि (30) की मौत मंगलवार को बूढ़ी गंडक नदी में डूबकर हो गई. घटना के संबंध में बताया गया है कि युवक गांव के पास से गुजरते बूढ़ी गंडक नदी में स्नान करने के लिए गया था. इसी क्रम में नदी किनारे पहुंचने पर उक्त युवक का पैर फिसल गया.जिससे वह करीब 40 फीट गहरे पानी के अंदर चला गया. स्थानीय लोगों ने जब युवक को डूबते देखा तो उसे निकालने का प्रयास करने लगे. परंतु वह पानी से निकलने पूर्व ही दम तोड़ दिया.
बाढ़ पीड़ित मवेशियों के लिए चारा वितरण शुरू
मोरवा. मोरवा प्रखंड के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के बाढ़ पीड़ित मवेशियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा चारा वितरण शुरू किया गया है़ विधायक विद्यासागर सिंह निषाद द्वारा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर एवं जिला उप समाहर्ता विनय कुमार से मवेशियों के लिए अति शीघ्र चारा आपूर्ति की मांग की थी़ जिला प्रशासन द्वारा चकपहाड़ पंचायत के लिए 34 क्विंटल भूसा मवेशियों के लिए भेजा गया है़ मुखिया रेनू देवी एवं मुखिया पति प्रवीण कुमार राय मुखिया पति गाय के बच्चों के लिए दो किलो भूसा प्रतिदिन एवं बड़ी गाय के लिए छह किलो भूसा प्रतिदिन के हिसाब से बाढ़ पीड़ित मवेशियों के लिए चारा वितरण किया जा रहा है़
सोनपुर के नये इलाकों में घुसा पानी
सोनपुर. नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण सोनपुर के विभिन्न इलाके मे बाढ़ का संकट और अधिक गहरा गया. अनुमंडल क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं गंडक नदी का पानी कई अन्य इलाकों में प्रवेश करने लगा है. लोग सुरक्षित इलाकों की ओर पलायन करने लगे है. प्रशासन द्वारा गंडक नदी के किनारे रह रहे लोगों को हटा दिया गया है. इसके अलावा नदी के किनारों की झुग्गी-झोंपड़ी में भी पानी प्रवेश कर गया है. बरबट्टा गांव में मेहूरा के बांध टूटने के कारण गंडक का पानी प्रवेश कर गया है.
घट रहा करेह का जलस्तर
दरभंगा. करेह नदी के जलस्तर में कमी आ रही है, लेकिन अभी भी पुल का गाटर पानी में डूबा ही हुआ है. लिहाजा दरभंगा-समस्तीपुर रेल खंड पर परिचालन ठप है. वैसे अगर इसी रफ्तार से पानी कम होता रहा तो दो से तीन दिनों में परिचालन बहाल हो जाने के आसार हैं.
टपुआ में बढ़ रहा कटाव, स्कूल के अस्तित्व पर संकट
पीरपैंती. गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि से टपुआ में लगातार हो रहे कटाव में तेजी आयी है. ऐसे में ग्रामीणों को जान-माल का खतरा सताने लगा है. दूसरी ओर जलसंसाधन विभाग द्वारा किये जा रहे कटावरोधी काम से कटाव रुक तो नहीं रहा, लेकिन उसकी तेजी काफी हद तक कमी आयी है. पूर्व मुखिया सुबोध मंडल, पंसस कन्हाई कुमार सिंह, सुबोध यादव व सुनील सौरभ आदि ने कहा कि जिस तेजी से गांव के पूरब की ओर कटाव बढ़ता जा रहा है. ऐसे में गांव के ऐतिहासिक बुनियादी विद्यालय का अस्तित्व शीघ्र ही समाप्त हो जायेगा. स्कूल का पिछला हिस्सा जल्द ही गंगा में विलीन हो जायेगा. ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग व प्रशासन से इस स्कूल को बचाने का अनुरोध किया है. साथ ही ग्रामीणों की ओर से बचाव कर्मचारियों को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया है.
चंडिका स्थान के गर्भ गृह तक पहुंचा पानी
चंडिका स्थान तक पहुंचा पानी. पानी तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. गंगा का पानी प्रसिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान के उत्तरी क्षेत्र तक पानी पहुंच गया है. चंडिका स्थान के उत्तरी क्षेत्र के दीवार तक पानी जमा हो गया है. अगर पानी के बढ़ने का रफ्तार जारी रहेगा तो चंडिका स्थान के गर्भ गृह तक पानी पहुंच जायेगा.
दियारा क्षेत्र के कई गांव बाढ़ के पानी से घिरे
मुंगेर : दियारा क्षेत्र के कई गांव बाढ़ के पानी से घिरा. मुंगेर सदर प्रखंड के साथ ही बरियारपुर के कई पंचायत गंगा के पार दियारा क्षेत्र में बसा हुआ है. जमीनडिगरी, कुतलुपुर, परोरा, जाफर नगर, टीकारामपुर सहित दर्जन भर गांव के समीप पानी पहुंच गया है. जबकि सीताचरण, बिंद टोला सहित कई गांव टापू में तब्दील हो गया है. हरिणमार, झौवाबहियार पंचायत के कई गांवों के नजदीक पानी पहुंच चुका है. भेलवा दियारा में पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण दियारा क्षेत्र के गांवों में रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इतना ही नहीं दियारा क्षेत्र के सैकड़ों एकड़ खेत में लगा फसल पानी में डूब गया है. जिसके कारण किसान अपने मवेशी के साथ ऊंचे स्थान पर चले गये है.
गंगा का जलस्तर बढ़ा, बूढ़ानाथ पार्क व विवि कैंपस के पास पहुंचा पानी
भागलपुर. टीएमबीयू के पीछे वाले हिस्से में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. सिटी व पीएनए साइंस कॉलेज मार्ग में पानी लगातार फैलता जा रहा है. बाढ़ का पानी बढ़ने से दियारा के कुछ लोग विवि के टिल्हा कोठी में डेरा-डंडा गाड़ दिये हैं. कुछ लोग रहने भी लगे हैं. दियारा से आये लोगों ने बताया कि बाढ़ का पानी तेजी से दियारा क्षेत्र में फैल रहा है. ऐसे में दियारा के लोगों को टिल्हा कोठी में शरण लेने आना होगा.
मकई फसल के साथ ही धान की फसल बर्बाद
चौर क्षेत्र में पानी आने से बड़े पैमाने पर फसलों की बर्बादी शुरू. गंगा का पानी सिर्फ दियारा इलाके के खेतों में लगे फसलों को ही बर्बाद नहीं कर रही है. बल्कि गंगा का पानी नदी-नाला के सहारे चौर क्षेत्र में भी फैलता जा रहा है. मुंगेर शहर के करबल्ला, कंकड़ घाट, दुमंठा सहित अन्य गंगा के किनारे स्थित खेतों में पानी भर गया है. जबकि सदर प्रखंड के चिकदह बहियार में लबालब पानी है. इतना ही नहीं बरियारपुर के कल्याणपुर, बरियारपुर-खड़गपुर मुख्य मार्ग के दोनों किनारे पानी का फैलाव हो चुका है. जिसके कारण बरेल बहियार में लगे मकई फसल के साथ ही धान का फसल बर्बाद हो चुका है.
बक्सर में घट रहा है गंगा का जलस्तर
बताया गया कि बक्सर में पानी घट रहा है. जिसके कारण मुंगेर में भी कुछ फॉलिंग होगा. लेकिन इलाहाबाद में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. इस बीच अगर बारिश होती है तो गंगा में गुरुवार से पानी बढ़ने लगेगा. विदित हो कि मुंगेर में डेंजर लेवल 39.33 मीटर है और वर्तमान में जलस्तर 38.45 मीटर पर पहुंच चुकी है. जो डेंजर लेवल से 88 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. लेकिन पानी के फैलाव ने बाढ़ की स्थिति उत्पन्न कर दिया है.
मुंगेर में डेंजर लेवल 39.33 मीटर, वर्तमान में जलस्तर 38.45 मीटर पर
भागलपुर : मुंगेर में प्रति दो घंटा पर एक सेंटीमीटर पानी बढ़ रहा है. मंगलवार को 38.45 मीटर गंगा का जल स्तर रिकार्ड किया गया है. मुंगेर में डेंजर लेवल 39.33 मीटर है. केंद्रीय जल आयोग की माने तो गंगा में पानी की बढ़ोतरी जारी रहेगा. लेकिन बुधवार को जलस्तर में फॉलिंग होने की संभावना है. पुन: गुरुवार से पानी बढ़ने का आसार है.