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Bihar Weather, Flood Updates : बिहार के नौ जिलों में भारी बारिश-वज्रपात का अलर्ट, जानिए कहां-कहां बरसेंगे बदरा

Bihar Weather Alert, forecast, IMD report, News LIVE Updates : मौसम विभाग ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में मॉनसूनी पूरी तरह सक्रिय है. मौसम विभाग ने सोमवार को भी कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना जतायी है.सुपौल, चंपारण के जिले, मधुबनी, सीतामढ़ी आदि क्षेत्रों में बिजली गिरने की आशंका भी व्यक्त की गयी है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि इन इलाकों में गरज के साथ तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.

लाइव अपडेट

बिहार में भारी बारिश के साथ ही अधिकांश जगहों पर ठनका गिरने की संभावना

बिहार के नौ जिले मसलन सुपौल, सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, मधुबनी, शिवहर, रोहतास, कैमूर व औरंगाबाद में कई जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी की गयी है. इसके अलावा अधिकांश जगहों पर ठनका गिरने की भी संभावना है. सोमवार को मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी मौसम पुर्वानुमान में बताया गया कि वर्तमान में राज्य दक्षिण-पश्चिमी मानसून सक्रिय है.

मानसूनी ट्रफ लाइन बिहार के जमुई व झारखंड के दुमका से गुजर रही है. इसके अलावा पूर्वी बिहार में चक्रवाती हवा का दबाव बना हुआ है. इसके कारण पूरे बिहार में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. पटना, गया, भागलपुर, पूर्णिया आदि शहरों में मंगलवार को पूरे दिन आसमान में बादल छाये रहने और एक दो जगहों पर हल्की बारिश का पूर्वानुमान है. गौरतलब है कि एक दो जिलों को छोड़ कर अन्य सभी जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है़ अब तक पूरे राज्य में सामान्य से 56 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है.

लगातार हो रही बारिश व नदियों में पानी की उफान से फसलों को नुकसान

छपरा : तरैया प्रखंड के तेरह पंचायतों में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों व दियारे इलाके में किसानों द्वारा कड़ी मेहनत व अपनी जमापूंजी लगाकर किये गये धान, मक्के की फसल डूबकर क्षतिग्रस्त हो गये. वहीं खेतों में पानी लगने के कारण सब्जी के फसल सड़ गये. लगातार हो रही बारिश व नदियों के बढ़ते जलस्तर काफी बढ़ गये है.

माधोपुर पंचायत के मुखिया सह मुखिया संघ के अध्यक्ष सुशील सिंह ने गंडक नदी तटबंध के समीप स्थित पंचायत के शामपुर, अरदेवा, जिमदाहा, सगुनी, माधोपुर गांव के ग्रामीण गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर देखकर भयभीत है. इन सभी गांवों के ग्रामीणों की फसल तो पहले ही डूब चुके है. अब इन्हें गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर से घर परिवार माल मवेशी की चिंता सता रही है. मुखिया श्री सिंह ने इसकी सूचना तरैया सीओ को दिया. ताकि समय रहते इसकी व्यवस्था किया जा सके.

वहीं नारायणपुर पंचायत के मुखिया ताकेश्वर राय व बीडीसी नागेंद्र प्रसाद ने तरैया प्रखंड कृषि पदाधिकारी व सीओ को एक लिखित शिकायत पत्र दिया है. जिसमें कहा गया है कि नारायणपुर पंचायत में भारी बारिश व नदी में बढ़ते पानी से किसानों के धान, मक्के, सब्जी के फसलों की हुई क्षतिपूर्ति की मांग की है. मुखिया व बीडीसी ने क्षतिग्रस्त फसलों की जांच कर क्षतिपूर्ति की मांग की है. वहीं राजद प्रखंड अध्यक्ष व पूर्व मुखिया बीर बहादुर राय ने जिलाधिकारी सारण से तरैया प्रखंड के सभी पंचायतों में किसानों के धान, मक्के फसलों व सब्जी के खेती करने वाले किसानों के खेतों में पानी लगने से सब्जी के फसल डूबकर नष्ट हो गये. किसानों की फसलों की आकलन कर क्षतिपूर्ति की मांग की है.

गोपालगंज में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर शुरु करने के निर्देश

गोपालगंज में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है. जिले के दो दर्जन से अधिक गांवों में नदी का पानी घुस गया है. डीएम ने सभी सीओ और बीडीओ को बाढ़ ग्रस्त इलाके की पहचान कर राहत शिविर शुरू करने के निर्देश दिये है. डीएम ने लोगो से तटबंधो से बाहर आकर रहने की अपील की है.

चार जिलों में मौसम विभाग का अलर्ट

बिहार में सोमवार का मौसम भी मॉनसून के असर से प्रभावित दिख रहा है. मौसम विभाग ने वज्रपात को लेकर पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार को विशेष अलर्ट जारी किया है. साथ ही पूर्वानुमान के मुताबिक नेपाल की तराई से सटे जिले पश्चिम और पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी और सुपौल में भारी बारिश की आशंका जतायी है.

गोपालगंज के 178 गांवों में फैला बाढ़ का पानी, उफान पर गंडक नदी

नेपाल में भारी बारिश और वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज किये गये पानी के कारण गंडक अपने पूरे उफान पर है. कुचायकोट के कालामटिहनिया और सदर प्रखंड के पतहरा में नदी खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है. रविवार को छह प्रखंडों के 39 पंचायतों के करीब 178 गांव में बाढ़ का पानी फैल गया. बाढ़ के पानी से घिरे गांव का सड़क संपर्क भी टूट चुका है. सारण तटबंध समेत कई छरकियों पर रेनकट व रिसाव होने से हड़कंप मच गया. वहीं, सुबह में बरौली के सलेमपुर में छरकी के पानी का रिसाव होने की सूचना मिली. इसके बाद डीएम सलेमपुर के लिए रवाना हो गये. रात तक पानी का लेवल बढ़ने की आशंका जतायी गयी है.

डीएम मोतिहारी ने किया बेलवा घाट का निरीक्षण

मोतिहारी के जिलाधिकारी एंव पुलिस अधीक्षक के द्वारा बेलवा घाट एंव पताही प्रखंड में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया गया, एनडीआरएफ एंव प्रशासन की टीम को आपात परिस्थिति हेतु तैयार रहने का दिया निर्देश

सुपौल में बाढ़ के हालात

भारी बारिश से कोसी सहित अन्य सहायक नदियों के जल स्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. कोसी बराज से निकला पानी सुपौल, किसनपुर, सरायगढ़, निर्मली, मरौना के दर्जनों गांवों में पानी प्रवेश कर गया है. दर्जनों सड़कें ध्वस्त हो गयी हैं. सुपौल के तटबंध के अंदर के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. कोसी का डिस्चार्ज शुक्रवार को ही ढाई लाख क्यूसेक को पार कर चुका था, जो इस वर्ष के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया है.

पूर्वी चंपारण के कई इलाकों में पानी घुसा

नेपाल में लगातार हो रही बारिश का असर अब व्यापक होता नज़र आ रहा है. खासकर पूर्वी चंपारण में कई इलाकों में पानी घुस जाने के कारण नदियों के बांध टूट गए हैं. मोतिहारी के कई प्रखंडों में लोग पलायन करने को मजबूर हैं. जिले के छौड़ादानो में दुधौरा नदी का जमींदारी बांध पानी का दबाब नहीं झेल पाया और नरकटिया के पास बांध टूट गया. दुधौरा नदी का तटबंध टूटने से छौड़ादानो प्रखंड के भतनहिया,नरकटिया, पुरैनिया और रामपुर समेत कई पंचायतें प्रभावित हैं.

बागमती, अधवारा व लालबकेया नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

सीतामढ़ी जिले में नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रहा है. बागमती, अधवारा व लालबकेया नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के रिपोर्ट के अनुसार रविवार को बागमती नदी के विभिन्न स्थानों पर जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है. बताया गया की ढेंग में 70 सेमी, सोनाखान में 27 सेमी, डुब्बाघाट में 1.20 मीटर, चंदौली में 46 सेमी व कटौझा में 2.87 मीटर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. इसी तरह सुंदरपुर के अधवारा में 1.55 मीटर व गोवाबाडी स्थित लालबकेया नदी में 1.30 मीटर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है.

शिवहर में कॉफर डैम क्षतिग्रस्त

शिवहर जिलान्तर्गत पिपराही प्रखंड में बेलवा स्थल पर निर्माणाधीन हेड-रेगुलेटर के सुरक्षा एवं प्रस्तावित स्थल को जल-जमाव से बचाने हेतु निर्मित अस्थाई कॉफर डैम 20 मीटर की लम्बाई में क्षतिग्रस्त हो गया है। आइपीआरडी ने इस कॉफर डैम के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मति कराये जाने की बात कही है.

दरभंगा जिले में बाढ़ ने दी दस्तक

दरभंगा: नेपाल के तराई क्षेत्र के साथ जिला में पिछले दिनों हुई भारी बारिश से बाढ़ ने दस्तक दे दी है. दो दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. चार प्रखंड इससे प्रभावित हो गये हैं.तारडीह, गौड़ाबौराम, घनश्यामपुर व कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड की 75 हजार आबादी प्रभावित हो गयी है. इसमें कुशेश्वरस्थान पूर्वी में अकेले करीब 50 हजार आबादी प्रभावित है. हालांकि जिला प्रशासन घनश्यामपुर के दो टोले में बाढ़ के पानी प्रवेश की पुष्टि कर रहा है. प्रशासन ने इन दोनों टोलों में दो कम्यूनिटी किचन का संचालन भी शुरु कर दिया है.

राजधानी में 15 व 16 को तेज बारिश के आसार

सूबे में मॉनसून सक्रिय है और पूरे प्रदेश में हल्की व तेज बारिश हो रही है. रविवार को उत्तरी व पूर्वी बिहार के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश हुई. राजधानी में पूरे दिन बादल छाये रहे. वहीं, शाम में अचानक मौसम का मिजाज बदलते ही थोड़े देर के लिए झमाझम बारिश शुरू हो गयी. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें, तो राजधानी सहित पूरे प्रदेश में बादल छाया रहेगा और हल्की व तेज बारिश भी होगी. राजधानी व आसपास के इलाकों में 15 व 16 जुलाई को तेज बारिश की संभावना बनी हुई है.

नदियों के जलस्तर में वृद्धि से दहशत में लोग

दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण जल ग्रहण क्षेत्रों में पानी भर जाने के कारण प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली नदियों में जल स्तर में काफी वृद्धि होने के कारण निचले क्षेत्रों में पानी फैलने लगा है. इसके साथ ही तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ गया है. जल स्तर में वृद्धि की यही रफ्तार रही तो नदियों के किनारे बसे गांव में खेतो में पानी भर जायेगा. इधर मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी अनुसार अति से अत्यधिक वर्षा की चेतावनी से लोग पहले से ही भयभीत हैं. दूसरे दो दिनों से हो रही वर्षा लोगों की परेशानी बढ़ाने के लिए काफी है. हालांकि तटबंधों पर ग्रामीणों की पहरेदारी लगातार हो रही है ताकि बांध में किसी भी तरह से पानी के दवाब का ज्यादा असर ना हो.

मिट्टी का हो रहा है कटाव

जल संसाधन विभाग का कहना है कि शनिवार की रात भारत-नेपाल सीमा के बाद गोवाबारी में ललबेकिया नदी के बांध में सीपेज की समस्या हो गयी थी. उसे ठीक कर लिया गया है. इसके साथ ही शुक्रवार की रात सीतामढ़ी जिले में बागमती नदी के बायें तटबंध के पास कंसार में नदी का पानी वापस लौटकर आ रहा था और मिट्टी का कटाव कर रहा था. वहां सुरक्षात्मक कार्य करवाकर इसे ठीक कर लिया गया है.

बिहार में खतरे के निशान से ऊपर बह रही कई नदियां

बिहार में बागमती, ललबेकिया, कमला नदियों का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर होने की वजह से इनके बांधों की निगरानी बढ़ा दी गयी है. इसके साथ ही अन्य नदियों के बांधों की भी लगातार देखरेख हो रही है. रविवार को शिवहर जिले में बागमती नदी के दायें तटबंध में बेलवा धार के पास स्लुइस गेट लगाने के लिए बनाया गया प्रोटेक्शन वाल नदी की तेज धार से कट गया. हालांकि, इससे बाढ़ का कोई खतरा नहीं है.

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