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Bihar Weather, Flood Updates : बिहार में बागमती और कमला खतरे के निशान से ऊपर, 17 जिलों में भारी बारिश की संभावना

वज्रपात के कारण बिहार में गुरुवार के दिन 7 लोगों की मौत हो गई. जिसमें भोजपुर में दो, मुंगेर में दो, सुपौल में एक, कैमूर में एक और बांका में एक व्यक्ति के मौत की पुष्टि हुई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन पांच जिलों में वज्रपात के कारण सात लोगों की हुई मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. सीएम ने तुरंत मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है.

लाइव अपडेट

बढ़ रहा है सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर

बिहार में बेनीबाद में बागमती और जयनगर व झंझारपुर रेल पुल के पास कमला बलान शुक्रवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. वही गंगा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, पुनपुन, फल्गु, महानंदा और घाघरा नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी. कोसी और गंडक नदियों का डिस्चार्ज इस साल शुक्रवार को अधिकतम रहा. जल संसाधन विभाग ने बाढ़ से बचाव के लिए अपने सभी इंजीनियरों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है.

गंगा नदी का जलस्तर बक्सर में गुरुवार को 52.49 मीटर था शुक्रवार को इसमें 19 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई, यह 52.68 मीटर हो गया. पटना के दीघा घाट पर यह गुरुवार को 47.07 मीटर था. इसमें 35 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई. यह शुक्रवार को 47.42 मीटर हो गया. पटना के गांधी घाट पर यह गुरुवार को 46.20 मीटर था. इसमें 31 सेंटीमीटर में भी बढ़ोतरी हुई और शुक्रवार को 46.51 मीटर हो गया. वहीं, गंगा के जलस्तर में हाथीदह में 24 सेंटीमीटर, मुंगेर में 30 सेंटीमीटर भागलपुर में 13 सेंटीमीटर और कहलगांव में पांच सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी.

बागमती नदी का जलस्तर बेनीबाद में खतरे के निशान से 41 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा था. कमला बलान नदी जयनगर में खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर और झंझारपुर रेल पुल के पास 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. पुनपुन नदी के जलस्तर में श्रीपालपुर में 53 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर में 55 सेंटीमीटर बढ़ा. घाघरा नदी के जलस्तर में दरौली में 24 सेंटीमीटर और गंगपुर सिसवन में 51 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में खगड़िया में 20 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी.

बिहार के कई जिलों में 12 जुलाई तक बारिश की संभावना

बिहार के 17 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गयी है. पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, बक्सर, भभुआ, कटिहार, भागलपुर और कटिहार में भारी बारिश की संभावना अनिशाबाद स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से व्यक्त की गयी थी. वहीं, पटना सहित आसपास के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मॉनसून की ट्रफ लाइन अभी दक्षिणी बिहार के ऊपर बना हुआ है. इससे उत्तर के जिलों में थोड़ा राहत हो सकती है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पूरे राज्य में यह स्थिति 12 जुलाई तक बनी रहने की संभावना है.

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय NDRF की 9वी बटालियन के हेडक्वार्टर पहुंचे

बिहार में बाढ़ की आशंका को देखते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय गुरुवार को बिहटा में NDRF की 9वी बटालियन के हेडक्वार्टर पहुंचे. यहां पर उन्होंने कमांडेंट विजय कुमार सिन्हा और एनडीआरएफ के तमाम अधिकारियों के साथ बाढ़ की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की.

उत्तर बिहार सहित राज्य के अधिकतर भाग में उमस से लोग बेहाल

बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी वाली हवाओं की वजह से उत्तर बिहार सहित राज्य के अधिकतर भाग में उमस से लोग बेहाल हैं. इन नमी वाली हवाओं की वजह से बादलों के बनने और उनके बरसने की स्थिति भी तेजी से बन रही है. पटना में गुरुवार को पारा नीचे उतरा और सामान्य से तीन डिग्री कम 30.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया.

शुक्रवार को भी भारी बारिश का अनुमान

पटना : प्रदेश के उत्तरी हिस्से में शुक्रवार को भी भारी बारिश का अनुमान है. ठनका गिरने की भी आशंका है. बिहार में ट्रफलाइन अभी पटना व भागलपुर होते हुए गुजर रही थी. अब यह रेखा उत्तरी बिहार व उसके बाद हिमालय की तरफ शिफ्ट होगी.

मॉनसून के लिए ट्रफ लाइन सक्रिय

प्रदेश के विशेषकर दक्षिण-पूर्वी बिहार में कम दबाव का चक्रवाती क्षेत्र बन गया है़ यह चक्रवाती दबाव पूरे प्रदेश में महसूस किया जायेगा़ मॉनसून के लिए ट्रफ लाइन कच्छ की खाड़ी से इंदौर, जोधपुर, सवाई माधोपुर, वाराणसी, बिहार में गया होते हुए शांति निकेतन तक सक्रिय है़ लिहाजा इस पूरे रूट और उसके आसपास के इलाके में भारी बारिश के आसार बने हैं.

शुक्रवार को इन इलाकों में बारिश की आशंका

आईएमडी के अनुसार शुक्रवार को नेपाल के इलाके में बागमती, कमला, कोसी, महानंदा और गंडक नदियों के इलाकों में बारिश की आशंका है. इसके साथ ही बिहार के इलाके में गंडक, बूढ़ी गंडक, अधवारा, कोसी और महानंदा नदियों में भी भारी बारिश की आशंका है. वहीं 11 और 12 जुलाई को नेपाल के इलाके में गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती नदियों के इलाकों में भारी बारिश की आशंका है. साथ ही बिहार के इलाके में गंडक बूढ़ी गंडक नदियों के इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. कोसी नदी के कुछ इलाकों में भी भारी बारिश की आशंका है.

पश्चिमी चंपारण में हाइ अलर्ट

नेपाल में भारी बारिश के कारण पश्चिमी चंपारण में हाइ अलर्ट कर दिया गया है. बारिश से गंडक व बूढ़ी गंडक की सहायक नदियों में पानी बढ़ने की आशंका है. नदियों के जल स्तर में भरी वृद्धि होने की संभावना जतायी जा रही है. डीएम कुंदन कुमार ने सभी सीओ, बीडीओ एवं संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है.

अगले 24 घंटो में उत्तर बिहार में भारी बारिश की स्थिति

मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटो में मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तराई क्षेत्र की ओर शिफ्ट रखने के आसार हैं ऐसे में उत्तर बिहार में भारी बारिश की स्थिति बन रही है. गुरूवार रात से ही कुछ जिलों में प्रभाव दिखने लगेगा. तीन दिनों में भारी बारिश, बादल गरजने और वज्रपात की चेतावनी है. पटना, गया, पूर्णिया और भागलपुर में बादल छाए रहने के आसार हैं. पटना में शुक्रवार और शनिवार को रुक रुक कर बारिश होती रहेगी.

डीएम ने तेज वर्षा व वज्रपात को लेकर 20 तक लोगों से की सतर्क रहने की अपील

कटिहार: आगामी 10 से 20 जुलाई तक कटिहार जिले में भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग की ओर से जतायी गयी है. खासकर 11 एवं 12 जुलाई को अत्यधिक वर्षा होने की उम्मीद है. ऐसे में बाढ़ की संभावना अत्यधिक बढ़ गयी है. जिलाधिकारी कंवल तनुज ने गुरुवार की शाम एक वीडियो के जरिए यह जानकारी देते हुए बताया कि मौसम विभाग की ओर से इस तरह की जानकारी उपलब्ध करायी गयी है कि आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश होगी. नेपाल की तराई क्षेत्र में भी भारी बारिश की संभावना बनी हुयी है. इस अवधि में मॉनसून की सर्वाधिक बारिश होने की संभावना व्यक्त की गयी है. ऐसे में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा सकती है और कटिहार जिले में बाढ़ आ सकती है. खासकर के बांध के भीतर एवं तटबंध पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. आम लोगों को भी ऐसे समय में जागरूक रहने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. बाढ़ की संभावना बनती है तो प्रभावित इलाके से लोग इस बात के लिए तैयार रहें कि उसे चिन्हित कर शरण स्थल पर ले जाया जायेगा. उन्होंने कहा कि तभी तटबंध सुरक्षित है. फ्लड फाइटिंग मटेरियल भी जगह जगह उपलब्ध करा दिया गया है. डीएम ने यह भी बताया कि गुरुवार को जिले के प्रखंडों में माइकिंग के जरिए लोगों को जागरूक करने की मुहिम चलायी गयी है. उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर भी 16 टीम गठित की गयी है. साथ ही 25 सेक्टर टीम गठित किया गया है. पेट्रोलिंग भी करायी जा रही है. उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से भी अपील करते हुए कहा कि अपने आसपास के क्षेत्र में प्रचार प्रसार कराएं. जिससे लोग सुरक्षित व जागरूक र

मुंगेर में धरहरा प्रखंड के नक्सलप्रभावित माताडीह गांव में व्रजपात की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत

मुंगेर में धरहरा प्रखंड के नक्सलप्रभावित माताडीह गांव में गुरुवार को बारिश के दौरान व्रजपात की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गयी. जबकि एक अन्य व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया. घायल को तत्काल इलाज के लिए धरहरा पीएचसी में भरती कराया गया. लेकिन उसे बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया. इधर असमय आसमानी आफत से काल के गाल में समा गए दो बच्चों के परिजनों में चीखपुकार और कोहराम मच गया. बताया जाता है कि माताडीह गांव निवासी चुल्हो यादव की 13 वर्षीय पुत्री सीमा कुमारी व सुरेंद्र यादव के 15 वर्षीय पुत्र शैलेश कुमार एवं भोला यादव के 34 वर्षीय पुत्र देवराज यादव रोज की तरह बरमन्नी तराबांक बहियार में मवेशी चराने व धान की मोरी की निगरानी करने गए थे. इस दौरान भीषण बारिश होने लगा और तीनों बहियार में ही फंस गए. बारिश के दौरान ही अचानक हुए व्रजपात की चपेट में आने से सीमा व शेलश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि देवराज यादव का दोनों पांव गंभीर रूप से झुलस गया. बताया जाता है कि सीमा छठी कक्षा एवं शैलेश सातवीं कक्षा का छात्र था. धरहरा थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. जबकि घायल को बेहतर इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेजा गया है. अंचलाधिकारी मो अबुल हुसैन ने बताया कि मृतक के परिजनों को आपदा प्रबंधन की ओर से नियमानुसार सरकारी मुआवजा राशि मुहैया कराई जायेगी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोगों से अपील

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का पालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

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