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हवा की रफ्तार घटने से ट्रफ लाइन में आया बदलाव, बावजूद अभी अच्छी बारिश
पटना : जिस ट्रफ लाइन के दक्षिणी मध्य बिहार में शिफ्ट होने का पूर्वानुमान था, वह हिमालय की तलहटी में शिफ्ट हो गयी है. लिहाजा मध्य और दक्षिणी बिहार में ज्यादा बारिश नहीं हुई. हालांकि, इस बदलाव की वजह से हिमालय की तहलटी से बिहार की तरफ आने वाली नदियों के जल स्तर में अप्रत्याशित इजाफा होने के आसार हैं. आइएमडी पटना ने इस संबंध में केंद्रीय जल आयोग को सूचित कर दिया है.
इधर, बिहार में आज भी उत्तरी बिहार में शनिवार को कई जगहों पर मूसलधार बारिश दर्ज की गयी़ शेष बिहार में अभी छिटपुट बारिश 30 जून तक होती रहेगी. पूरे बिहार में मानसून के कमजोर पड़ जाने की वजह हवा की तीस-चालीस किलोमीटर प्रति घंटे चल रही हवा की रफ्तार 17-18 किलोमीटर प्रति घंटे रह गयी है. हालांकि, जुलाई के प्रथम सप्ताह में फिर अच्छी बारिश के आसार मजबूत हो रहे हैं. वहीं, शनिवार को बिहार में औसतन करीब 19 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है़ बिहार में 252 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है. यह सामान्य से 87 फीसदी अधिक है.
चार दिनों तक होगी हल्की बारिश
राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गयी. सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक 33 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गयी. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि अगले चार दिनों तक राजधानी के ऊपर बादल छाये रहेंगे और हल्की बारिश भी होगी. लेकिन, 28 जून को राजधानी और आसपास के इलाके में भारी बारिश की संभावना है.
उत्तर बिहार, सीमांचल में अलर्ट
बिहार में गुरुवार को वज्रपात से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, वहीं तीन दर्जन लोग झुलस गए थें. पूर्व बिहार, उत्तर बिहार, सीमांचल सहित कई जिलों में आज काफी तेज बारिश हुई और आंधी-तूफान भी आया. मौसम विभाग ने पहले ही आज और कल के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
कटिहार में अलर्ट
कटिहार के जिला पदाधिकारी कंवल तनुज ने अत्यधिक वर्षापात व वज्रपात को लेकर लोगों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. संबंधित अधिकारियों को भी अलर्ट करते हुए स्थानीय लोगों को जागरूक रहने के लिए भी कहा है. जिलाधिकारी ने गुरुवार की देर शाम सभी अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को आदेश जारी करते हुए कहा है कि मौसम विज्ञान केन्द्र, पटना द्वारा जारी सूचना एवं आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार पटना से दूरभाष पर प्राप्त निर्देश व सूचना के परिप्रेक्ष्य में सूचित करना है कि अगले शनिवार तक जिलान्तर्गत भारी वर्षापात एवं वज्रपात तथा नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना व्यक्त की गयी है.जिससे आमजनमानस, पशु आदि इससे प्रभावित हो सकते है.
12 जिलों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात
एनडीआरएफ की 12 टीमों को बाढ़ खतरे के मद्देनजर संवेदनशील जिलों में तैनात किया जा चुका है. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मांग पर एनडीआरएफ टीमों की तैनाती हुई है. बचाव कर्मियों को अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन उपकरणों के साथ कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, सारण और पटना जिलों में तैनात किया गया है. कुछ अन्य टीमों को तैयारी की स्थिति में रखा गया है. एनडीआरएफ टीम संबंधित जिलों में जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर इलाकों का जायजा ले रही है ताकि आपदा के समय त्वरित रेस्पांस कर स्थानीय लोगों को हर संभव सहायता किया जा सके.
आइएमडी पटना ने जारी किया अलर्ट
आइएमडी पटना ने संचार, आवागमन बाधित होने और ठनका गिरने की आशंकाओं का अनुमान भी जारी किया है. उसने कहा है कि बेहद जरूरी हो, तभी घर से बाहर जाएं. आइएमडी सूत्रों के मुताबिक यूं तो पूरे प्रदेश में मॉनसून सक्रिय है, लेकिन 27 जून से पश्चिमी व मध्य बिहार में ज्यादा बारिश होगी. ट्रफ लाइन बिहार के बेहद पास है. इसलिए बारिश का दौर अभी लगातार जारी रहेगा.
शुक्रवार को 7 जिलों में 100 मिमी से अधिक वर्षा
जिला बारिश (मिमी)
किशनगंज (बहादुरगंज) 128.2
दरभंगा 127.4
पूर्वी चंपारण 117.4
औरंगाबाद 116.4
गया 115.2
गोपालगंज 106.4
अररिया 104.6
अब तक बिहार में सामान्य से 83.46% से अधिक वर्षा
शुक्रवार तक बिहार में 233 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है, जो सामान्य (127 मिलीमीटर) से 83.46% अधिक है. एकमात्र सहरसा जिला है, जहां अब तक सामान्य से 2% कम बारिश हुई है. प्रदेश में ऐसा कोई जिला नहीं रहा, जहां औसतन 38 मिलीमीटर से कम बारिश हुई हो.