मुंगेर : पर्यवेक्षण गृह की व्यवस्था लगातार गिरती जा रही है. सुरक्षा व्यवस्था तो पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है. इस कारण बच्चों का पलायन जारी है. रविवार को भी पर्यवेक्षण गृह से एक साथ 34 विधि विवादित बच्चे पलायन कर गये. काफी खोजबीन के बाद 11 बच्चों को पुन: वापस पर्यवेक्षण गृह लाया गया, जबकि अब भी 23 बच्चे लापता हैं. सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन में जुटी है.
बताया जाता है कि सभी बच्चे अपने-अपने कमरे में थे. सुबह लगभग 10 बजे एक कमरे में रह रहे 34 विधि विवादित बच्चे कमरे से निकल कर बरामदे पर आये. सुरक्षा में तैनात जवान व कर्मचारियों को नहीं देख सभी बच्चे पर्यवेक्षण गृह से पलायन कर गये. जब इसकी सूचना पर्यवेक्षण गृह के पदाधिकारियों को लगी, तो आनन-फानन में बच्चों की खोज होने लगी. एक बच्चा जहां मुंगेर रेलवे स्टेशन से बरामद किया गया. वहीं 11 अन्य बच्चे बाजार के विभिन्न हिस्सों से पकड़े गये, जबकि 23 बच्चे अब भी लापता हैं. बताया जाता है कि जो बच्चे पर्यवेक्षण गृह से भागे उसमें बेगूसराय, लखीसराय व खगड़िया जिले के बच्चे शामिल थे. जो संगीन मामलों में पर्यवेक्षण गृह में रखे गये थे. बताया जाता है कि पर्यवेक्षण गृह के किसी भी पदाधिकारी कोतवाली थाना में सूचना नहीं दी, लेकिन सूचना मिलते ही कोतवाली थानाध्यक्ष श्रीराम चौधरी ने दल-बल के साथ पर्यवेक्षण गृह पहुंच कर मामले की जांच की.
विदित हो कि यह कोई पहली घटना नहीं है. हर महीने पर्यवेक्षण गृह से बच्चे पलायन करते हैं, लेकिन लापरवाह पर्यवेक्षण गृह के पदाधिकारी सुरक्षा पर ध्यान नहीं देते. पिछले दिनों एक बच्चे की दंबग बच्चे ने बुरी तरह से पिटाई कर दी थी. लेकिन, पर्यवेक्षण गृह के नोडल पदाधिकारी व अधीक्षक कुछ भी बताने से इंकार कर दिया था. 34 बच्चों के पलायन मामले में भी वे लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.