पटना: राज्य में दो चरणों में नगरपालिका आम चुनाव संपन्न हो गया. नगरपालिका चुनाव के माध्यम से 224 नगर निकायों में 5099 प्रतिनिधियों के निर्वाचन का काम संपन्न हो गया है. अब हर नगर निकाय में मेयर, डिप्टी मेयर और वार्ड पार्दषों का शपथ ग्रहण कराया जाना है. शपथ ग्रहण के बाद ही उस नगरपालिका का गठन का काम पूरा माना जाता है.
राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारियों के साथ नगर विकास एवं आवास विभाग को निर्देश दिया है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों का गजट नोटिफिकेशन अविलंब किया जाए. गजट नोटिफिकेशन के बाद आयोग द्वारा नगरपालिकाओं के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम अलग से जारी किया जायेगा.
राज्य में जिन निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण कराया जाना है, उनमें 17 नगर निगमों के मेयर और डिप्टी मेयर, 70 नगर परिषदों के मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद और 137 नगर पंचायतों के मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद के साथ ही इन निकायों में निर्वाचित 4875 वार्ड पार्षदों का शपथ ग्रहण कराया जायेगा.
आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि मतगणना समाप्त होने के अगले दिन निर्वाचित पार्षदों, उपमुख्य पार्षदों और मुख्य पार्षदों के नाम नगर विकास एवं आवास विभाग को उपलब्ध करा दिये जायें. उसकी एक प्रति आयोग को भी भेजी जाये. निर्वाचित सभी प्रतिनिधियों के नामों व पदों के गजट नोटिफिकेशन के बाद नगरपालिका की पहली बैठक समय- सीमा के अंदर संपन्न की जा सके.
गजट प्रकाशन के एक माह के अंदर सभी प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण कराना अनिवार्य है. इसमें शर्त है कि गजट प्रकाशन के बाद सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को बैठक की सूचना एक सप्ताह पहले नोटिस के माध्यम से दी जाये. इसके बाद निर्धारित तिथि को नगरपालिका की पहली बैठक होगी, जिसमें शपथ ग्रहण के अलावा कोई कार्य नहीं किया जायेगा. जिस दिन पहली बैठक में प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण होगा, उसी दिन से उस नगरपालिका का कार्यकाल आरंभ हो जायेगा.