अनुराग प्रधान, पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति लगातार बेहतर कर रही है. इस वर्ष 2022 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर परीक्षा का रिजल्ट 16 मार्च व मैट्रिक का रिजल्ट 31 मार्च को जारी किया, जो देश के अन्य बोर्डों की तुलना में एक रिकॉर्ड था. समिति ने इंटर एवं मैट्रिक की कंपार्टमेंटल परीक्षाओं का रिजल्ट भी मई माह तक जारी करते हुए पूरे परीक्षा चक्र को रिकॉर्ड समय में पूरा कर लिया.
बिहार बोर्ड में अनेक नव प्रयोगों और परीक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है. बिहार सरकार ने बोर्ड को अलग-अलग परीक्षा आयोजित कराने की जिम्मेदारी भी दी है. समिति द्वारा वर्ष 1983 से 2022 तक के मैट्रिक एवं इंटर के सारे रिकॉर्ड को डिजिटाइलज किया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप डीएमएस के माध्यम से स्टूडेंट्स को इन 39 वर्षों के अपने मैट्रिक एवं इंटर के डॉक्यूमेंट्स क्षेत्रीय कार्यालयों से ही रिकाॅर्ड समय में प्राप्त हो जा रहे हैं. इस प्रकार यह समिति द्वारा अनेक नव प्रयोगों के माध्यम से संपूर्ण परीक्षा व्यवस्था में सुधार और परीक्षा प्रणाली में आमूल-चूल परिवर्तन का ही परिणाम है कि यह संस्थान अब देश के सर्वश्रेष्ठ बोर्डों में शुमार हो गया है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में बड़े स्तर पर सुधार किया गया है. पहले चरण की रिफॉर्म प्रक्रिया सफलतापूर्वक समाप्त हो गयी है. अब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में रिफॉर्म सेकेंड शुरू होगा. इसमें अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा. तो इंटरनेशनल लेवल का होगा. तकनीक के इस्तेमाल से बोर्ड को बेहतर बनाया जायेगा. इसी प्रक्रिया के तहत जल्द ही रिफॉर्म टू की शुरुआत होगी.
समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने आधुनिकतम तकनीक के प्रयोग से बोर्ड को स्मार्ट बना दिया है. पूरी परीक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार हुआ है. मल्टीपल कंप्यूटराइज्ड प्रपत्रों की स्कैनिंग कराकर डाटा तैयार कराया गया, जिसके चलते रिजल्ट प्रोसेसिंग काफी तेज गति से हुआ. प्री प्रिंटेड कॉपी (बारकोड एवं लिथोकोड के साथ) का डिजाइन व नये कंप्यूटराइज्ड प्रपत्रों का डिजाइन किया गया था. इस बार कंप्यूटर के माध्यम से सभी उत्तरपुस्तिकाओं के बैग की कंप्यूटराइज्ड इंट्री करायी गयी थी.
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बिहार बोर्ड की आइटी टीम ने खुद अपने स्तर से सॉफ्टवेयर विकसित किया है. सभी विषयों के ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव दोनों में 100 प्रतिशत अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया गया जा रहा है. स्टूडेंट्स को जीतने प्रश्नों का जवाब देना है उससे दोगुने प्रश्न उनसे विकल्प के रूप में बोर्ड परीक्षा में पूछे जा रहे हैं. आधुनिक तकनीक एवं परीक्षा प्रणाली में सभी सुधारों एवं मॉर्डन टेक्नोलॉजी के आधार पर इतनी बड़ी संख्या में रिजल्ट मात्र 20 से 21 दिनों में जारी किया जा रहा है. जो पूरे देश में अपने आप में एक कीर्तिमान है. बोर्ड रिजल्ट प्रोसेसिंग के लिए एक नया सॉफ्टवेयर तैयार कराया था. इस बार रिजल्ट प्रोसेसिंग की गति पिछले सॉफ्टवेयर की तुलना में 16 गुनी अधिक रहेगी.