BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में सत्र 2023-24 से स्नातक में सीबीसीएस लागू हो जायेगा, जिसके बाद सिलेबस सिस्टम से पढ़ाई होगी. स्नातक के विद्यार्थियों को भी अब पीजी की तरह सेमेस्टर की परीक्षा देनी होगी. इसके अनुसार सिलेबस तैयार किया जा रहा है, जिसमें छह महीने पर परीक्षा का प्रावधान होगा. ऐसे में छह महीने में विश्वविद्यालय से निर्धारित सिलेबस भी पूरा करना होगा, जो विश्वविद्यालय के प्रमुख कॉलेजों के लिए भी बड़ी चुनौती होगा. शिक्षकों की कमी के कारण अंगीभूत कॉलेजों में भी बदले सिलेबस के अनुसार तैयारी कराना मुश्किल होगा. दरअसल, विश्वविद्यालय के अंगीभूत कॉलेजों में 50 से 75 तक सीट खाली है. यह स्थिति तब है, जब बरसों पहले छात्र-छात्राओं की संख्या के आधार पर सीट निर्धारित किये गये हैं. वर्तमान में विद्यार्थियों की संख्या कई गुना बढ़ जाने के बाद भी नये सिरे से शिक्षकों के पद सृजित नहीं हुए हैं. 39 अंगीभूत कॉलेजों में शिक्षकों के 1631 पद सृजित है, जिस पर 554 शिक्षक कार्यरत है. हालांकि विभिन्न कॉलेजों में चार सौ से अधिक अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति कर शैक्षणिक कार्य कराया जा रहा है.
नामांकन से लेकर परिणाम तक का बन रहा कैलेंडर
विश्वविद्यालय की ओर से अगले सत्र से स्नातक और पीजी में नामांकन की पूरी प्रक्रिया कैलेंडर के अनुसार संचालित होगी. तीन महीने के भीतर आवेदन लेकर नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. इसको लेकर विश्वविद्यालय में कार्य शुरू हो गया है. नामांकन कैलेंडर, परीक्षा कैलेंडर और समेकित एकेडमिक कैलेंडर तैयार किया जा रहा है. राजभवन और शिक्षा विभाग की ओर से लगातार सत्र नियमित करने पर जोर दिया जा रहा है. इसके साथ ही अगले सत्र से सीबीसीएस भी लागू करना है. पिछले महीने पटना में हुई उच्च शिक्षा विभाग की बैठक में कहा गया है कि कार्यक्रम निर्धारित कर उसी अनुसार नामांकन की प्रक्रिया पूर्ण करते हुए अगले सत्र से कक्षाओं का संचालन शुरू कराएं. परीक्षाएं ससमय हों और काॅपियों की जांच कर निर्धारित समय पर परिणाम जारी करें.
मई या जून तक पूरी हो जायेगी नामांकन की प्रक्रिया
विश्वविद्यालय में अगले सत्र यानि 2023-24 के लिए मार्च के अंतिम सप्ताह तक नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. मई के अंतिम सप्ताह या जून तक आवेदन से नामांकन तक पूरी प्रक्रिया समाप्त करते हुए कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया जायेगा. विश्वविद्यालय की ओर से इसी के अनुसार अगले सत्र का भी कैलेंडर तैयार किया जा रहा है.