पटना. भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण 40 सीट वाला क्रूज जहाज कोलकाता से 32 विदेशी सैलानियों को लेकर वाराणसी के लिए रवाना हुआ है. गंगा विलास नामक यह जहाज बीते 23 दिसंबर को कोलकाता से रवाना हुआ था. प्राधिकरण के उप निदेशक केके रजक ने बताया कि मंगलवार को यह जहाज यहां पहुंच जायेगा. यहां सैलानियों को ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व वाले स्थल पर घुमाया जायेगा. इसके बाद वाराणसी के लिए अगले दिन रवाना होगा. उप निदेशक ने बताया कि 13 जनवरी से पहले यह जहाज बक्सर, गाजीपुर, सारनाथ होते हुए वाराणसी पहुंचेगा.
वाराणसी से जहाज राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक में गंगा के रास्ते बक्सर, रामनगर, गाजीपुर से होते हुए पटना के रास्ते चल कर कोलकाता स्थित सुंदरवन डेल्टा से होकर बांग्लादेश के सुंदरवन डेल्टा में प्रवेश करेगा. इसके बाद 15 दिन तक बांग्लादेश की जल सीमा में यात्रा करने के बाद गंगा विलास राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या दो के ब्रह्मपुत्र नदी में प्रवेश करेगा. यहां से गंगा विलास असम के डिब्रूगढ़ बोगीबील बंदरगाह के लिए रवाना होगा उपिनदेशक ने बताया कि जहाज वैशाली के समीप चेचर पहुंच गया है.
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प्राधिकरण के मुख्य अभियंता रविकांत ने बताया कि भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण और कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड के बीच एमओयू के बीच हुए समझौता के तहत यह जहाज सैलानियों को लेकर चलाया जा रहा है. 80 पर्यटकों को लेकर जहाज 13 जनवरी को वराणसी से चलेगी. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी से असम के डिब्रूगढ़ के लिए रवाना करेंगे. यह सफर सैलानियों के लिए लगभग 3200 किमी मीटर होगा. मुख्य अभियंता के अनुसार काशी से डिब्रूगढ़ की यात्रा के दौरान ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व वाले राष्ट्रीय उद्यान, सुंदरवन डेल्टा, काजीरंगा नेशनल पार्क समेत पचास से अधिक जगहों पर रुक कर यात्रियों को सैर कराया जाएगा.