Tamil Nadu: तमिलनाडु बीजेपी से निलंबित नेता गायत्री रघुराम ने 2 जनवरी को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही गायत्री रघुराम ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी के अंदर महिलाओं को बराबर अधिकार और मौके नहीं मिलते.
अपने ट्वीट में गायत्री रघुराम ने आगे लिखा, भारी मन के साथ मैंने तमिलनाडु बीजेपी से इस्तीफा देने का फैसला किया है, क्योंकि महिलाओं को पूछने के बराबर मौके, अधिकार और सम्मान नहीं दिया जाता. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु बीजेपी के प्रमुख अन्नामलाई के नेतृत्व में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. मुझे एक बाहरी के तौर पर ट्रोल किया जाना मंजूर है. गायत्री ने इसी ट्वीट थ्रेड में ये भी लिखा कि वो अभी भी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के लिए निष्ठा रखती हैं. उन्होंने कहा, सच्चे कार्यकर्ताओं की किसी को परवाह नहीं है.
गायत्री रघुराम ने अन्नामलाई को सस्ती रणनीति करने वाला एक झूठा नेता और अधार्मिक नेता तक कह दिया. कहा, मैं अन्नामलाई के नेतृत्व में नहीं रह सकती. सामाजिक न्याय की उम्मीद नहीं कर सकती. गायत्री ने पार्टी की महिलाओं से कहा कि उन्हें वहां नहीं रहना चाहिए, जहां उनका सम्मान नहीं किया जाता है.
पेशे से ऐक्टर और कोरिओग्राफर गायत्री रघुराम 2014 में राजनीति में आईं और बीजेपी में शामिल हो गईं. फिर पार्टी की सांस्कृतिक शाखा की प्रमुख बन गईं. नवंबर, 2022 में खबर आई कि उन्हें उनके पद से निलंबित कर दिया गया था. राज्य के पार्टी प्रमुख अन्नामलाई ने गायत्री रघुराम को पार्टी के हितों के खिलाफ काम करने के लिए छह महीने के लिए निलंबित कर दिया था और अब उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है.