मुजफ्फरपुर के पीयर थाना क्षेत्र रामपुर दयाल निवासी सुनील ठाकुर (40) की बदमाशों ने हत्या कर शव बूढ़ी गंडक नदी के देदौल घाट किनारे फेंक दिया. मंगलवार की सुबह शव मिलने से सनसनी फैल गयी. देखते-ही-देखते नदी किनारे लोगों की भीड़ जमा हो गयी. परिजनों ने घटना का कारण जमीन विवाद बताया है. भाई ने थाने में आवेदन देकर चार लोगों को आरोपी बनाया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शव नदी किनारे पानी में अर्धनग्न अवस्था में था. सिर पर गहरा जख्म था. पुलिस की छानबीन में घटनास्थल से कुछ दूरी पर तिरपाल से बनी एक झोपड़ी में खून से सना कुछ कपड़ा और मृतक की डायरी सहित अन्य सामान बरामद किया गया.
झोपड़ी में हत्या कर शव को नदी में फेंका
आशंका जतायी जा रही है कि इसी झोपड़ी में उसकी हत्या कर शव को नदी किनारे पानी मे फेंक दिया गया है. पुलिस ने साक्ष्य को जब्त कर लिया है. डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच कर पुलिस को आवश्यक निर्देश दिया. थानाध्यक्ष रवि कुमार गुप्ता ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया है. बड़े भाई रामबाबू ठाकुर उर्फ रम्भू ठाकुर ने आवेदन दिया है, जिसमें गांव के ही जयशंकर त्रिवेदी, नवल किशोर त्रिवेदी एवं ब्रजभूषण ठाकुर को आरोपी बनाया है.
पैसा देने के लिए आरोपी ने बुलाया था
मृतक के भाई रम्भू ठाकुर ने बताया कि उसके भाई की हत्या की गयी है. गांव के ही एक व्यक्ति ने उसकी जमीन खरीदी थी. रजिस्ट्री के बाद भी पैसा नहीं दे रहा था. सोमवार को उसे पैसा देने के लिये बुलाया था. उसके बाद सोमवार को करीब 10 बजे दिन के बाद से वह गांव में नहीं देखा गया. रामपुर दयाल के मुखिया ब्रजेश ठाकुर ने बताया कि मृतक आरोपी के पड़ोसी और रिश्ते में चाचा है.आवेदन में कहा है कि दो जनवरी को सुबह 10 बजे भाई सुनील यह कहते हुए मुजफ्फरपुर गया कि जयशंकर त्रिवेदी जमीन का पैसा देने के लिए बुलाया है. बकाया रुपये पचाने की नियत से मेरे भाई सुनील ठाकुर की हत्या कर शव बूढ़ी गंडक नदी में फेंक दिया गया है.