Jharkhand News: डीएसपीएमयू (DSPMU) राज्य का एकमात्र विश्वविद्यालय बन गया है, जहां नामांकन से लेकर पढ़ाई पुरानी पद्धति से संचालित हो रही है. वहीं बाकी विवि में नयी शिक्षा नीति के तहत नामांकन भी लिया गया है और वहां पढ़ाई भी उसी के अनुसार हो रही है. वहीं, डीएसपीएमयू में नयी शिक्षा नीति एक साल बाद अगले सत्र से लागू की जायेगी. इसके लिए यूजीसी के फाइनल ड्रॉफ्ट का इंतजार था, जो कुछ दिन पहले ही तैयार किया गया है. उसे देखने के बाद ही यहां नयी शिक्षा नीति को लागू करने की तैयारी होगी.
पुराने पैटर्न पर नामांकन, नहीं होगा नुकसान
कुलपति डॉ. तपन कुमार शांडिल्य ने बताया कि वर्तमान में पुराने पैटर्न से पढ़ाई करने से विद्यार्थियों को कोई नुकसान नहीं होगा. लेकिन नयी शिक्षा नीति अगले सत्र के विद्यार्थियों पर ही लागू की जायेगी. वहीं इस सत्र में डीएसपीएमयू में स्नातक में जिन विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है, उन्होंने ऑनर्स के अनुसार लिया है. जबकि नयी शिक्षा नीति में ऑनर्स को समाप्त कर दिया गया है. इस पर कुलपति का कहना है कि इससे विद्यार्थियों को कोई परेशानी नहीं होगी.
जैसे विद्यार्थियों को पहले डिग्री मिलती थी, आगे भी वैसे ही डिग्री मिलेगी. कुलपति ने बताया कि नयी शिक्षा नीति को लेकर विवि में आठ जनवरी को बैठक होगी. इसमें यूजीसी के फाइनल ड्रॉफ्ट को देखा जायेगा और उसके अनुसार ही तैयारी की जायेगी. वहीं बाकी विवि में इसे बिना यूजीसी के फाइनल ड्रॉफ्ट को देखे कैसे लागू कर दिया गया, यह मेरी समझ से परे है. क्योंकि विवि यूजीसी के निर्देश के अनुसार संचालित किये जाते हैं.
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