डीवीसी अपने कमांड एरिया में 2200 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा प्लांट लगायेगा. ये कमांड एरिया के अलग-अलग इलाकों में लगाये जायेंगे. इसका डीपीआर भी तैयार कर लिया गया है. डीवीसी के सूत्रों ने बताया कि दो हजार मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाया जायेगा. जिसमें मैथन, तिलैया और पंचेत डैम में 600-600 मेगावाट की क्षमता का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाया जायेगा.
वहीं कोनार डैम में 200 मेगवाट क्षमता का प्लांट लगेगा. दो हजार मेगावाट बिजली की योजना का डीपीआर तैयार कर केंद्र सरकार भेज दिया गया है. वहीं 200 मेगावाट का सोलर प्लांट फील्ड में लगाया जायेगा. इसमें रूफ टॉप भी शामिल है. 200 मेगावाट के लिए कोडरमा, मैथन व डीवीसी के कमांड एरिया में अध्ययन कराया जा रहा है. जल्द ही डीपीआर भी तैयार कर लिया जायेगा. पहले चरण में 10 मेगावाट के प्लांट के लिए कोडरमा में स्थल चयन कर लिया गया है. जल्द ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.
बताया गया कि सोलर प्लांट के साथ-साथ हाइडल प्लांट पर भी डीवीसी काम कर रहा है. गिरिडीह में सरना धर्मावलंबियों के पवित्र स्थल लुगुबुरु में हाइडल प्लांट लगाने को लेकर अध्ययन किया गया है. यहां 1500 मेगावाट क्षमता के पंप स्टोरेज हाइडल प्लांट की योजना पर काम चल रहा है. अभी डीपीआर तैयार कराया जा रहा है. इसके तैयार होते ही इसे राज्य व केंद्र सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जायेगा. उसके बाद अगले बजट में इस योजना को शामिल किया जा सकता है.