सुबोध कुमार नंदन, पटना: सूबे के मोबाइल उपभोक्ता जल्द ही घर बैठे पता लगा सकेंगे कि आपके नाम पर कितने मोबाइल सिम कनेक्शन एक्टिव हैं. इनमें कितने फर्जी आइडी पर लिये गये और कब से उनका इस्तेमाल किया जा रहा है. बिहार जल्द से जल्द इस टेफकोफ (टेलीकॉम एनालेटिक्ल फाॅर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्क्शन) पोर्टल से जुड़े इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं. ये बातें दूर संचार विभाग (डीओटी) बिहार सर्किल के वरिष्ठ उप महानिदेशक गिरजेश कुमार मिश्रा ने गुरुवार को प्रभात खबर के साथ विशेष मुलाकात में कहीं.
साइबर फ्रॉड पर लगेगी लगाम
गिरजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि साइबर क्राइम और देश विरोधी एक्टिविटी में फर्जी सिमों का इस्तेमाल खासकर सूबे के सीमावर्ती क्षेत्र नेपाल, रक्सौल, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सीमामढ़ी आदि का इलाके में बड़े पैमाने पर किये जाने की सूचना आती रहती है. उन्होंने बताया कि इस पोर्टल को विशेष तौर पर नॉर्थ इस्ट स्टेट को जोड़ा गया है. इसकी शुरुआत 2020 में आंध्र प्रदेश से शुरू की गयी था.
फिलवक्त आंध्र प्रदेश, केरल, राजस्थान, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, नागलैंड, मिजोरम, जम्मू-कश्मीर और त्रिपुरा को टेफकोफ को जोड़ा गया है. मिश्रा ने बताया कि जिस स्टेट में यह पोर्टल शुरू करना होता है. वहां का डेटा एकत्र कर टेस्ट किया जाता है. इस प्रोसेस में दो- तीन माह का वक्त लगता है. एक- एक राज्य का चयन कर इसे लागू किया जा रहा है.
गलत सिम को करवा सकेंगे बंद
पोर्टल पर आधार नंबर डालते ही मोबाइल धारक को यह पता चल जायेगा, आपके नाम से कितने सिम एक्टिव हैं. पोर्टल के माध्यम से उपभोक्ता फर्जी तरीके से संचालित सिम कनेक्शन को बंद करा सकते हैं. इसके लिए कंपनी को अनुरोध करना होगा. उसके बाद संबंधित उपभोक्ता के मामले की गहन जांच- पड़ताल की जायेगी और मामला सही पाये जाने पर फर्जी कनेक्शन को बंद कर दिया जायेगा.