‘रांची पहाड़ी’ को सुरक्षित और संरक्षित करने का प्रयास शुरू हो गया है. इसके लिए पहाड़ी का सर्वे कराया जायेगा और इसे सुरक्षित बनाने के लिए इसके चारों ओर चहारदीवारी खड़ी की जायेगी. शुक्रवार को पहाड़ी मंदिर विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने इसके आदेश जारी कर दिये हैं. गौरतलब है कि ‘प्रभात खबर’ ने छह दिसंबर के अंक में पहाड़ी पर हो रहे अतिक्रमण से संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी.
बैठक में शामिल समिति के सदस्यों ने उपायुक्त से कहा कि पहाड़ी को अतिक्रमण से बचाव के लिए चहारदीवारी का निर्माण कराना जरूरी है. इस पर उपायुक्त ने मंदिर क्षेत्र की भूमि का सर्वे कराने की जिम्मेदारी अंचल अधिकारी, शहर को सौंपी. उन्होंने सर्वे के जरिये पहाड़ी पर हो रहे भू-स्खलन के कारणों की पड़ताल करने को भी कहा है. उपायुक्त ने मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्र में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रोकने के लिए लगातार गश्त करने का निर्देश दिया.
साथ ही मंदिर परिसर में टीओपी बनाने का प्रस्ताव बनाने को कहा. उपायुक्त ने चहारदीवारी निर्माण में होनेवाले अनुमानित खर्च का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये. बैठक में प्रभारी पुलिस अधीक्षक नौशाद आलम, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) आलोक कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर दीपक दुबे, पहाड़ी मंदिर विकास समिति के सदस्य सुशील कुमार, सुनील माथुर, मदनपाल व उत्तम कुमार शामिल थे.
उपायुक्त ने पहाड़ी मंदिर परिसर में होमगार्ड रखने पर भी विचार किया गया. उन्होंने मंदिर समिति की आमदनी और खर्च की भी जानकारी ली. वहीं, दुर्गा मंदिर के जीर्णोद्धार और मुख्य पुजारी रूम की मरम्मत पर भी चर्चा की गयी. इसके अलावा लाउडस्पीकर से तय पैमाने पर भजन बजाने पर भी चर्चा की गयी.