देश में कोरोना के नए वैरिएंट (BF.7 variant of Omicron) के मामलों में कमी देखी जा रही है. रविवार तक देश में कोरोना संक्रमण के न्यूनतम स्तर में 0.1 स्तर तक कमी देखी गई. बता दें कि केंद्र सरकार कोरोना को लेकर सर्तक है. हवाईअड्डे समेत सभी सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना की जांच की जा रही है. पिछले 24 घंटे में 1.56 लाख के करीब कोरोना के नमूने एकत्रित किए गए, जिनमें से 163 नमूने पॉजिटिव पाए गए.
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 2 जनवरी तक संक्रमण दर में कमी देखी गई है. देश में ऐसे एक भी जिले नहीं हैं, जहां कोरोना संक्रमण 10 फीसदी से अधिक मिले हैं, जबकि इससे पहले ऐसे तीन जिलों को चिन्हित किया गया था जहां कोरोना की रफ्तार सबसे अधिक थी. बताते चले कि इस समय कुछ जिलें ऐसे भी हैं, जहां कोरोना संक्रमण 1 से 5 फीसदी के बीच है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में रोजाना 2 से 3 लाख तक कोरोना की टेस्टिंग हो रही है. लेकिन कोरोना संक्रमण दर 0.10 फीसदी के करीब दर्ज की गई है. ऐसी स्थिति देश में एक पखवाड़ा पूर्व देखने को मिल रही थी. वहीं, केंद्र सरकार ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि विदेश से भारत आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जा रही है. हालांकि अबतक यात्रियों की जांच में भी कोरोना का ऐसा कोई वैरिएंट नहीं मिला है, जिससे चिंता की जा सके.
इधर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, चीन कोरोना के मामलों को छूपाने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में डब्ल्यूएचओ ने चीन से ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, इजराइल, मलेशिया, मोरक्को, कतर, दक्षिण कोरिया, ताइवान, जापान, अमेरिका और यूरोपीय संघ के कई देशों में आने वाले यात्रियों की पीसीआर जांच रिपोर्ट दिखाने के निर्देश दिए हैं. इस बीच मोरक्को ने चीन से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.